स्टीव को फिरकी में फंसाएंगे अश्विन

स्पोर्ट्स

चेन्नई। डेविड वॉर्नर के लाल गेंद क्रिकेट से संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ को ओपनिंग में आजमाया पर यह दिग्गज बल्लेबाज इस क्रम पर फिट नहीं बैठा। अब भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए स्मिथ फिर से अपने पसंदीदा चार नंबर क्रम पर उतरेंगे। भारत के खिलाफ स्मिथ का रिकॉर्ड काफी शानदार है। टीम इंडिया जब 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया गई थी तो भारतीय ऑफ रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें अपनी फिरकी से काफी तंग किया था। उन्होंने पांच पारियों में तीन बार स्मिथ को आउट किया था। इस बार भी अश्विन के निशाने पर स्मिथ होंगे। इसके लिए चेन्नई के 38 वर्षीय अश्विन ने खास तैयारी की है। इन दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता एक दशक पुरानी है। पहला टेस्ट 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा। अश्विन और स्मिथ आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट (आरपीएसजी) और दिल्ली कैपिटल्स में एक साथ समय बिता चुके हैं। इससे भारतीय स्पिनर को स्मिथ की रणनीति को समझने में मदद मिली। अश्विन ने कहा, जब वह दिल्ली कैपिटल्स और आरपीएसजी में रहा, वे सभी नेट सत्र जो मैंने उसके साथ बिताए उससे मुझे यह समझ में आया कि वह कैसे तैयारी करता है। उसे क्या पसंद है और क्या नहीं। अश्विन ने ‘7क्रिकेट’ को दिए साक्षात्कार में कहा, स्मिथ स्पिन के खिलाफ एक खिलाड़ी के रूप में विशेष रूप से आकर्षक हैं। उनके पास एक अनूठी तकनीक है, यहां तक ​​कि तेज गेंदबाजी को खेलने की भी। लेकिन स्पिन के मामले में मुझे लगता है कि वह अच्छी रणनीति और अच्छी तैयारी के साथ आया था और हां, वह इसे किसी भी परिस्थिति में लागू करता था। और पिछले कुछ वर्षों में मैंने इसे समझने के तरीके और साधन खोज लिए हैं। अश्विन ने कहा, वह बहुत सोचने वाला क्रिकेटर भी है। वह हर समय आपसे बेहतर प्रदर्शन करना चाहता है। उसके पास अभ्यास करने और मैदान में आपका सामना करने के अनोखे तरीके हैं। और कभी-कभी एक गेंदबाज के तौर पर जब आप बल्लेबाज को उसकी प्रक्रिया से गुजरते हुए देखते हैं तो आप पहचान लेते हैं कि कमी कहां है। लेकिन बहुत बाद में जब मुझे लगता है कि मैंने समझ लिया है कि वह क्या करता है या कैसे बल्लेबाजी करता है तो मैं उससे आगे निकल जाता हूं। स्टीव का रास नहीं आई ओपनिंग : आधुनिक समय के महान बल्लेबाजों में शुमार स्टीव स्मिथ ओपनिंग रास नहीं आई। सलामी बल्लेबाज के रूप में उनका प्रदर्शन खराब रहा। वह चार टेस्ट की आठ पारियों में 28.50 की औसत से एक अर्धशतक से मात्र 171 रन बना पाए। अब वह एक बार फिर बड़ी पारियां खेलने के लिए बेताब होंगे।

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