देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से नौ दिसंबर को 343 युवा सैन्य अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन जाएंगे। इस दौरान 12 मित्र राष्ट्रों के 29 कैडेट भी पासआउट होंगे। पासिंग आउट परेड (पीओपी) से पहले मंगलवार को डिप्टी कमांडेंट परेड में भावी अफसरों की तैयारियां परखी गईं।
डिप्टी कमांडेंट एवं आईएमए के मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल आलोक जोशी ने डिप्टी कमांडेंट परेड की सलामी ली। आईएमए के ऐतिहासिक चैटवुड ड्रिल स्क्वायर पर 343 भारतीय और 29 विदेशी जेंटलमैन कैडेटों ने मार्चपास्ट की शानदार प्रस्तुति दी। मेजर जनरल आलोक जोशी ने सभी कैडेटों में जोश भरते हुए कहा कि जब आप अपने कंधों पर सितारे पहनेंगे तो याद रखें कि वे कितना वजन रखते हैं। इतिहास का वजन, परंपरा का वजन और उन अनगिनत नायकों का वजन, जिन्होंने आपसे पहले देश सेवा की है। आप और आपका हर कदम उन लोगों के बलिदान का प्रमाण है, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन लगा दिया। यह कभी न भूलें कि एक लीडर होने का मतलब केवल आदेश देना या सम्मान देना ही नहीं है। यह उन लोगों का सम्मान और विश्वास अर्जित करने के बारे में है, जिनका आप नेतृत्व करते हैं। डिप्टी कमांडेंट ने 12 मित्र देशों के कैडेटों को प्रशिक्षण के सफल समापन पर बधाई दी और आगे की सफलता की कामना की।