पटना। राजेंद्र तिवारी
भोजपुर, रोहतास समेत बिहार के कई जिलों में एक साथ कई मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग और सख्ती करने की तैयारी में है। संक्रमितों की संख्या को देखते हुए प्रशासन की ओर से जिलों की सीमाएं सील कर पूरी तरह लॉकडाउन का पालन करने की कोशिश शुरू हो गई है। इसके तहत आरा और पटना की सभी सीमाएं सील कर दी गई है।
आरा संक्रमितों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण चेन तोड़ने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। मिली जानकारी के अनुसार भोजपुर जिले में मिले सात कोरोना पॉजिटिव में से चार के बड़हरा क्षेत्र में मिले कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से संक्रमित होने की आशंका है।जबकि एक व्यक्ति आरा के एक संक्रमित के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ है। वहीं दो नए मामले सामने आए हैं। इनके संक्रमण होने के कारणों की जांच शुरू हो गई है। इन सातों लोगों के संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू हो गई है। संक्रमित लोगों के परिजनों और रिश्तेदारों को भी क्वारंटीन करने की तैयारी शुरू हो गई है। आरा में उन इलाकों के तीन किमी के क्षेत्र को पूरी तरह सील करने की तैयारी शुरू हो गई है जहां कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बताया जा रहा है कि नवादा और मौलाबाग को पहले ही सील कर दिया गया है। यही नहीं आरा की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। प्रशासन ने निर्देश जारी किया है कि लॉकडाउन के निर्देशों का पालन नहीं करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं न्यू पाटलिपुत्रा निवासी युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि संक्रमित युवक दिल्ली के एक निजी कॉलेज में पढ़ता है। लॉकडाउन लागू होने से पहले वह ट्रेन से पटना आया था। इसके अलावा राजा बाजार, मछली गली, डाक बंगला, खाजपुरा, पटेल नगर, जगदेव पथ इलाके को भी पूरी तरह सील कर दिया गया है। उधर आईजीआईएमएस में एक दो साल का बच्चा कोरोना पॉजिटिव मिला है। नौबतपुर निवासी इस बच्चे को आंख की समस्या थी। इसका इलाज पहले बिहटा में कराया गया, बाद में एम्स में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के पूर्व जांच में कोरोना की जांच कराई गई। बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बच्चे के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद
प्रशासन ने बिहटा के अस्पताल के साथ ही बच्चे के गांव और उसके ननिहाल क्षेत्र को भी सील कर दिया गया है।