देहरादून। अनीता रावत
केंद्र सरकार ने राज्य के कुमाऊं मंडल में एम्स स्थापना को मंजूरी दे दी है। इसके लिए राज्य से सौ एकड़ जमीन मांगी गई है। केंद्र की मंजूरी के बाद सरकार ने किच्छा के पराग फार्म में सौ एकड़ जमीन चिह्नित करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
विदित है कि राज्य सरकार लम्बे समय से ऋषिकेश की तर्ज पर कुमांऊ मंडल में भी एम्स स्थापना की मांग कर रही थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया से इसका अनुरोध किया था। इसके बाद अब केंद्र सरकार ने इस पर सहमति जता दी है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि केंद्र सरकार ने यूएस नगर जिले में एम्स स्थापना की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास की वजह से कुमाऊं में एम्स की मंजूरी संभव हो पाई।
कुमाऊं का एम्स एक तरह से सेटेलाइट एम्स कहलाएगा जो ऋषिकेश एम्स का ही हिस्सा होगा। हालांकि वहां पर पूरा परिसर बनेगा और एम्स के तहत आने वाली सभी विंग भी खोली जाएगी। उधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि यूएसनगर जिले में एम्स की स्थापना राज्य सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। कुमाऊं में एम्स की स्थापना राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इससे स्वास्थ्य विभाग को बहुत बड़ी राहत मिल जाएगी। राज्य में स्वास्थ्य का तंत्र काफी कमजोर है और एम्स की स्थापना से लोगों को समूचे कुमाऊं क्षेत्र को बहुत बड़ी राहत मिल जाएगी। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि इस परियोजना पर तकरीबन दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्च होगा।