लखनऊ। सीमा तिवारी
उत्तर प्रदेश की 11 सीट पर उम्मीदवार घोषित करने के बावजूद कांग्रेस ने गठबंधन का विकल्प खुला रखा है। यदि गठबंधन की सूरत में वह कुछ सीट पर प्रत्याशी वापस ले सकती है। दरअसल, पार्टी ने पहली सूची में बदायूं से सलीम इकबाल शेरवानी को टिकट दिया है। जबकि इस सीट से सपा के नेता धर्मेंद्र यादव सांसद हैं। सपा ने भी शुक्रवार को बदायूं सहित छह सीट पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया।
कांग्रेस ने कहा, पार्टी की कोशिश अगर सपा-बसपा गठबंधन के साथ अंजाम तक पहुंचती है तो वह अपने मजबूत उम्मीदवारों की सीट में बदलाव कर सकती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, पर गठबंधन की स्थिति में वह मुरादाबाद से भी किस्मत आजमा सकते हैं। गठबंधन में फतेहपुर सीकरी सीट बसपा के हिस्से में है। बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय इस सीट से दावेदार मानी जा रही हैं।मुरादाबाद सीट से, बसपा से कांग्रेस में आए वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी दावेदारी कर रहे हैं। सपा-बसपा से गठबंधन नहीं हुआ तो नसीमुद्दीन मुरादाबाद सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। कानपुर से पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और सीतापुर से कैसर जहां का टिकट तय है। कांग्रेस ने सुल्तानपुर से संजय सिंह और प्रतापगढ़ से वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी या राजकुमारी रत्ना सिंह का नाम तय कर रखा है। सपा-बसपा से गठबंधन नहीं होता है तो पार्टी इटावा सीट से अशोक को टिकट दे सकती है।