लखनऊ। सीमा तिवारी
हावड़ा-कालका मेल से तस्करी कर लाई जा रही 80 लाख की विदेशी सिगरेट कस्टम अफसरों ने बरामद की है। रेलवे बोगी में लगी सील से साफ था कि माल कानपुर के लिए बुक हुआ था। इस दौरान अधिकारियों को काफी मशकत करनी पड़ी।
कस्टम विभाग ने विदेशी सिगरेटो की तस्करी के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। तीन महीने में विभाग करीब एक करोड़ रुपए से ज्यादा की सिगरेट सीज कर चुका है। इसी कड़ी में कस्टम को सूचना मिली कि हावड़ा-कालका मेल से करीब 80 लाख रुपए की विदेशी सिगरेट आ रही है।ये सिगरेट हावड़ा में रेलवे की प्राइवेट बोगी में लोड की गई, जिसे कानपुर में उतारा जाना था। रेलवे द्वारा लगाई सील में भी डिलीवरी हावड़ा से कानपुर की लगाई गई। शनिवार को कस्टम उपायुक्त चंचल कुमार तिवारी के नेतृत्व में राजेश बाजपेयी, निरीक्षक सौरभ, आरसी कटियार, अमित कुमार और पीयूष कुमार की टीम सुबह 11 बजे सेंट्रल स्टेशन पहुंच गई। दोपहर एक बजे ट्रेन स्टेशन पर पहुंची। कस्टम अफसर पार्सल बोगी के पास पहुंचे। सील और पेपर चेक किए, जिसमें बोगी को कानपुर में अनलोड होना था। लेकिन सूचना लीक होने की वजह से माफिया नहीं आया और बोगी नहीं खुली। इस पर कस्टम उपायुक्त ने कहा कि जब कानपुर के लिए बुकिंग है तो ताला तोड़िए लेकिन रेल प्रशासन ने ये कहकर बोगी खोलने से इनकार कर दिया कि प्राइवेट बोगी है और चाबी से ही खुलेगी। इसके बाद ट्रेन आगे निकल गई। दिलचस्प बात ये ही से रेल प्रशासन ने पहले बोगी खोलने के लिए हामी भर दी थी लेकिन बाद में मुकर गए।इधर कस्टम अधिकारियों ने हावड़ा से स्टेटस पता किया कि तो वहां सूचना भेजी गई कि कानपुर में सामान उतर गया है। इस मामले को कस्टम ने गंभीरता से लिया है क्योंकि प्राइवेट बोगी के नाम पर कोई भी घातक सामान या बारूद भी ले जा सकता है। इस मामले में कस्टम आयुक्त सोमवार को डीआरएम को पत्र लिखेंगे क्योंकि ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है।