राफा। हमास आतंकियों के सफाए के लिए गाजा में इजरायली हमले जारी हैं। बुधवार देर रात से गुरुवार दोपहर तक हुए इजरायली हमलों में 70 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए और 280 लोग घायल हुए। उधर गाजा में मानवीय सहायता की कमी के कारण अकाल जैसे हालात हैं।
इजरायल द्वारा हवाई, समुद्री और जमीनी हमले के बाद से गाजा के ज्यादातर शहर तबाह हो गए है और अलग-थलग हैं। 23 लाख आबादी में से करीब 15 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हैं। खाद्य आपूर्ति व राहत सेवा भी यहां न के बराबर पहुंच रही है। इजरायल पर आरोप है कि वह मानवीय सहायता को रोक रहा है। गाजा में इस समय अकाल जैसे हालात हैं, खुद संयुक्त राष्ट्र अकाल जैसी स्थिति की बात कर चुका है। सहायता समूहों का कहना है कि गाजा के अधिकांश हिस्सों में मानवीय सहायता पहुंचाना लगभग असंभव हो गया है, इसका एक कारण हताश लोगों की भीड़ है जो सहायता काफिलों पर हावी हो जाती है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा की एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना कर रहे हैं। इजरायल ने सीरिया में हिजबुल्ला के ठिकानों पर गुरुवार को हवाई हमला किया। हमले में एक कार को निशाना बनाया गया। वहीं दमिश्क के पास भी एक हमला किया गया। विस्फोटों की आवाज दूर तक सुनी गई। इजरायल ने वेस्ट बैंक में एक यहूदी बस्ती के पास करीब 652 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है। सूत्रों की माने तो फिलहाल यहां निर्माण की कोई योजना नहीं है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय से जुड़े नागरिक प्रशासन ने अपनी घोषणा में कहा कि अधिग्रहीत जमीन 652 एकड़ है। सूत्रों की माने तो यरुशलम के पूर्व में माले में इस जमीन को अदुमिम बस्ती के हिस्से के तौर पर नामित किया जाएगा। ज्ञात रहे कि 1967 में इजरायल ने वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया है। फलस्तीनी चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मामले में हस्तक्षेप हो इस क्षेत्र को राज्य का दर्जा दिया जाएगा। विश्व के कई देशों का मानना है कि इजरायल का यहां बस्तियां बसाना अवैध है। प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने बस्तियों को बढ़ावा दिया है। हालांकि अमेरिका ने इसको अनुचित बताया है। बीते दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हमने वेस्ट बैंक की बस्तियों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध माना है।