नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डालने के लिए कहीं झूम कर मतदाता निकले तो कहीं थम कर। आयोग के आंकड़ों के अनुसार पहले चरण में करबी 68.29 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस बार 2019 की अपेक्षा एक फीसदी मतदान कम हुआ हैत्रिपुरा में वोट डालने वाले मतदाताओं का अनुपात सर्वाधिक 80.14 प्रतिशत रहा, जबकि बिहार में सबसे कम 48.23 प्रतिशत मतदाता ही वोट डालने निकले।
निर्वाचन आयोग ने कहा शाम छह बजे तक कतारों में लगे लोगों को वोट डालने की अनुमति दी गई। सभी मतदान केंद्रों से रिपोर्ट मिलने पर मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। अंतिम आंकड़े शनिवार को फॉर्म 17ए की जांच के बाद पता चलेंगे। आयोग ने मतदान प्रतिशत को उच्च बताया और कहा कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। पिछले लोकसभा चुनाव में 2019 में पहले चरण में मतदान प्रतिशत 69.43 प्रतिशत दर्ज किया गया था। तब कुछ लोकसभा क्षेत्र इस बार से अलग थे। कुल 91 संसदीय सीट के लिए पहले चरण में मतदान हुआ था।
इन राज्यों में सभी लोकसभा सीटों पर मतदान
पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ, उनमें तमिलनाडु में 39, उत्तराखंड में पांच, अरुणाचल प्रदेश में दो, मेघालय में दो, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक, मिजोरम में एक, नगालैंड में एक, पुडुचेरी में एक, सिक्किम में एक और लक्षद्वीप में एक सीट शामिल हैं। इसके अलावा, राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान संपन्न हुआ।
लोकसभा चुनाव के साथ शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की 60 और सिक्किम की 32 सीटों के लिए भी मतदान हुआ। इस दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं सामने आईं। वहीं, छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई। तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और असम में कुछ बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में मामूली खामियों की शिकायत आई। विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वालों में विवाह परिधान में आए कई नवविवाहित जोड़े, दिव्यांग, तथा स्ट्रेचर और व्हीलचेयर पर आए कुछ बुजुर्ग शामिल थे। छत्तीसगढ़ के बस्तर में 56 गांवों के लोगों ने पहली बार अपने ही गांवों में बनाए गए मतदान केंद्रों में वोट डाला। बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की चार सीटों औरंगाबाद, गया (सु.), नवादा एवं जमुई (सु.) में मतदान का औसत गिर गया है। इन सीटों पर पिछले लोकसभा चुनाव से पांच प्रतिशत कम मतदान हुआ। इन सभी सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान औसतन 53.47 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार के चुनाव में इन चारों सीटों पर औसतन 48.50 प्रतिशत मतदान हुआ। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कम मतदान का प्रमुख कारण गर्मी का अधिक होना बताया। इस चरण में कुल 7903 बूथों पर मतदान हुआ।