काबुल।
तालिबान के बाद अफगानिस्तान में आईएसआईएस ने भी खूनी खेल की दस्तक दे दी है। बुधवार को काबुल एयरपोर्ट पर आईएसआई ने दो बम धमाके किए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों धमाकों में चार अमेरिकी मरीन कमांडो समेत 40 लोगों की मौत हुई है। वहीं पांच अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों के घायल हो गए। पेंटागन ने धमाके की पुष्टि करते हुए हमले में अमेरिकी नागरिकों के मारे जाने की भी बात कही है। काबुल एयरपोर्ट पर इस तरह के हमले के ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने पहले ही आतंकी हमले की आशंका जाहिर की थी। उधर, तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और विपक्ष के पूर्व मुखिया अब्दुल्ला-अब्दुल्ला से सारी सुरक्षाएं छीन ली हैं और उन्हें घर में नजरबंद कर दिया है।
अफगानिस्तान में गुरुवार काबुल हवाईअड्डे के बाहर एक के बाद एक दो धमाकों से अफरातफरी मच गई। हमले के समय एयरपोर्ट पर बहुत लोग जमा थे, जो देश छोड़कर दूसरे देशों में जाने वाले थे। यह हमला काबुल स्थित बैरन होटल के पास हुआ, जहां ब्रिटेन के सैनिक और पत्रकार ठहरे हुए हैं। इससे पहले, इटली के एक सैन्य विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ने के बाद उस पर फायरिंग की गई थी। हालांकि, इस घटना में विमान को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा था। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट के ऐबी गेट के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने वारदात को अंजाम दिया है। हमलावर फायरिंग करते हुए आया और उसने खुद को बम से उड़ा लिया। एयरपोर्ट के इस गेट पर ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के सैनिक तैनात रहते हैं। वहीं, दूसरा आत्मघाती हमला एयरपोर्ट के सामने मौजूद बैरन होटल के बाहर हुआ, जो कि ऐबी गेट के ही काफी करीब है। गौरतलब है कि इस हमले से कुछ देर पहले ही आईएस के आतंकियों द्वारा धमाका करने की आशंका जताई गई थी। इसका मकसद पश्चिमी देशों के उन सैनिकों को निशाना बनाना था, जो अफगान शरणार्थियों को देश से बाहर निकालने में मदद कर रहे हैं। अफगानिस्तान में बम धमाके के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल चर्चा करने के लिए कहा। उधर अमेरिकी मीडिया समूह ने दावा किया है कि अफगानिस्तान में तालिबान और वहां की सरकार के बीच बातचीत कराने में अहम भूमिका निभा रहे करजई की तालिबान ने हथियारबंद सुरक्षा टीम के सभी हथियार और गाड़ियां छीन लीं। तालिबान ने बाद में अब्दुल्ला-अब्दुल्ला के घर पर भी छापेमारी की। इसके बाद उनकी सुरक्षा और गाड़ियां भी जब्त की गईं। बाद में दोनों को उनके गार्डों से अलग कर नजरबंद कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि दोनों फिलहाल तालिबान के रहमोकरम पर हैं।