जयपुर। जयपुर के भांकरोटा में एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इसके बाद तेज विस्फोट के साथ लगी भयानक आग ने 37 वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दुर्घटना में 11 लोग जिंदा जल गए तथा 35 लोग झुलस गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि घायलों में से करीब आधे की हालत बेहद गंभीर है। अधिकारियों ने बताया कि हादसा सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ। जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने घटना के बारे में बताया कि एलपीजी टैंकर से एक ट्रक टकरा गया। इससे टैंकर के पीछे का नोजल टूट गया और गैस लीक हो गई, जिससे भीषण आग लग गई। उन्होंने कहा कि टैंकर के पीछे के वाहनों में आग लग गई। दूसरे ओर से आ रहे अन्य वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। अचानक हुई घटना के कारण वाहन आपस में टकरा गए। जोसेफ ने अनुसार, गैस लीक होने के कारण इलाका गैस चैंबर जैसा बन गया। आग बहुत तेजी से फैल गई, जिससे वाहनों के अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा कि राजसमंद से जयपुर आ रही एक निजी स्लीपर बस दुर्घटना के समय गैस टैंकर के पीछे थी। बस में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं।
सवाई मानसिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी ने कहा कि कुल 11 लोगों की मौत हो गई है। पांच लोगों को मृत अवस्था में एसएमएस अस्पताल लाया गया। पांच लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जयपुरिया अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है। डॉ. महेश्वरी ने बताया कि 43 लोगों को अस्पताल लाया गया, जिनमें से सात वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने संकेत दिया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
राजस्थान सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौतों पर दुख जताया है। मोदी ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।