प्रयागराज महाकुम्भ में भगदड़, 30 की मौत, 60 घायल

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प्रयागराज। महाकुम्भ में मंगलवार आधी रात के बाद मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई। जबकि 50 लोग घायल हो गए। हालांकि बुधवार शाम तक 25 शवों की ही शिनाख्त हुई थी। महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बुधवार शाम को पत्रकारवार्ता कर इसकी पुष्टि की है। घटना के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई बार बात की। वहीं देर रात ही मुख्यमंत्री योगी ने राहत और बचाव कार्य के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर दिया था। बताया जा रहा है कि योगी सीधे अधिकारियों से घटना के बारे में अपडेट लेते रहे। सीएम ने घायलों का पूरा इलाज सरकारी खर्चे पर करने का निर्देश जारी किया है।

महाकुम्भ में मंगलवार रात में संगम नोज के 147 नंबर खंभे के पास रेत पर सैकड़ों श्रद्धालु सो रहे थे। तभी बैरिकेडिंग तोड़कर श्रद्धालु संगम स्नान के लिए आगे बढ़ गए। श्रद्धालुओं के रेल से अचानक भगदड़ मच गई। हादसे में सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना थी। आननफनन में मेल प्रशासन ने घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के 16 घंटे बाद तक मेला प्रशासन ने हादसे में मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की थी। बुधवार देर शाम प्रशासन की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर मृतकों की संख्या जारी कर दी गई। महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि मौनी आमवस्या के भोर में मंगलवार देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई थी। महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि भगदड़ में 90 लोगों घायल हो गए थे। घायलों को मेला अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से 30 लोगों ने दम तोड़ दिया। मृतकों में से 25 लोगों की अब तक शिनाख्त हुई है। जिसमें कर्नाटक के चार, गुजरात के एक श्रद्धालु की मौत भी शामिल है। 60 लोग घायल हैं। उन्होंने बताया कि बैरिकेडिंग टूटने की वजह से महाकुम्भ में भगदड़ मची थी।


वहीं हमीरपुर जिले के चंदुलीतीर गांव निवासी रामसेवक ने फोन पर बताया कि मंगलवार रात स्नान के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। लोगों को हुजूम इधर-उधर भागने लगा। भीड़ में उनकी बहन गयाश्री लापता हो गईं। अनहोनी की आशंका पर वह मेला स्थल पर बने अस्पताल और पूछताछ केंद्र पहुंचे। लेकिन गयाश्री के बारे में कोई सही जानकारी नहीं मिली। पूरी रात भटकता रहा। उन्होंने बताया कि गयाश्री के कुंभ में लापता होने की खबर चंदुलीतीर और कोरीपुर गांव पहुंची तो कोहराम मच गया। रामसेवक ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे गयाश्री के प्रयागराज जंक्शन में सकुशल होने की सूचना मिली तब जाकर उन्हें राहत मिली। उन्होंने बताया कि उनके जत्थे के सभी लोग सुरक्षित हैं। उधर, महाकुम्भ में भगदड़ की घटना के बाद भी श्रद्धालु भक्ति भावना से भरे थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों में दिख रहा है कि हर उम्र के लोग मौनी अमवस्या पर अमृत स्नान को लेकर उत्साहित थे। घटना के बाद हालात सामान्य होते ही श्रद्धालुओं का सैलाब गंगा मइया के गीत गाते हुए संगम की ओर बढ़ने लगा। गंगा मइया से सबकी कुशलता की दुआ करते हुए लोगों ने डुबकी लगाई और सकुशल अपने घरों की ओर लौट गए। घटना के बाद लोगों का दर्द सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक व्यक्ति ने कहा कि हम नौ लोग आए थे, भगदड़ में दो लोग बिछड़ गए, अब तो गांव लौटने की हिम्मत नहीं हो रही। एक श्रद्धालु ने कहा कि संगम घाट पहुंचने की होड़ में श्रद्धालुों का सब्र टूट गया, तभी घटना हो गई। व्यवस्था पर सवाल उठाना गलत है। समय रहते प्रशासन ने हालात पर काबू पा लिया था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लोग एक दूसरे को कुचलते हुए चले गए थे। ये स्थिति तब थी जब सामने कोई भीड़ नहीं थी। वायरल वीडियो में लोग कह रहे हैं कि अरे गिरे हुए लोगों को उठाओ, घबराओ मत। इसी दौरान एक पुलिस वाला भीड़ की ओर दौड़ता है और जमीन पर गिरी महिला को उठाता है। इसके बावजूद लोग बेकाबू रहते हैं।

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