पटना। राजेन्द्र तिवारी
बेनामी संपत्ति के मामले में आयकर विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव के मालिकाना हक वाले तीन प्लॉट को जब्त कर लिया है। आयकर विभाग की एडजुकेटिंग अथॉरिटी ने जिन प्लॉट को जब्त करने के आदेश दिए हैं, उनमें सगुना इलाके में ढाई डिसमिल का एक प्लॉट और फुलवारीशरीफ के धनौत में 8 डिसमिल के दो प्लॉट शामिल हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर 2017 में आयकर विभाग ने इन तीनों प्लॉट को अस्थायी तौर पर अटैच किया था। तीनों प्लॉट राबड़ी और उनकी बेटी को बतौर गिफ्ट दिए गए थे। आयकर की जांच में इस गिफ्ट के पीछे हुई धांधली के सबूत मिलने पर बेनामी एक्ट के तहत जब्ती की कार्रवाई की गई है।
सूत्रों के अनुसार ये दोनों प्लॉट लालू प्रसाद के निजी स्टाफ रहे गोपालगंज के ललन चौधरी और हृदयानंद चौधरी के नाम पर थे। हृदयानंद रेलवे में, जबकि ललन विधान सभा में चतुर्थवर्गीय पद पर कार्यरत हैं। जांच में पता चला कि कीमती जमीन दान देने वाले दोनों कर्मियों के पास रहने को अपना घर तक नहीं है। दोनों किराए के मकान में रहते हैं। दोनों ने वर्ष 2008 में एक साथ तीनों प्लॉट खरीदे और बाद में एक साथ दान भी कर दिए।