लखनऊ।प्रिया सिंह
यूपी पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान नकल कराने और झांसा देकर पास कराने के मामले में अलग अलग शहरों से 24 जालसाजों को धर दबोचा। यूपी पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए पहले दिन रविवार को हुई लिखित परीक्षा कराई गई थी। लखनऊ, कानपुर, आगरा और मथुरा में दो बड़े गिरोह के लोग पकड़े गए। लखनऊ के वासुदेव मेमोरियल गर्ल्स डिग्री कालेज में दूसरे की जगह परीक्षा देते साल्वर को पकड़ा गया तो उससे पूछताछ के आधार पर मास्टरमाइन्ड धरा गया। देर रात तक अलग-अलग जिलों में 11 मुकदमे दर्ज हुए और 24 लोगों की गिरफ्तारी की गई।
एसटीएफ को भनक लगी कि इंदिरा नगर के एक परीक्षा केन्द्र पर बिहार से आये साल्वर परीक्षा देने जा रहे हैं। सर्विलांस से एसटीएफ ने पड़ताल की तो सामने आया कि हरिहरनगर स्थित वासुदेव मेमोरियल गर्ल्स डिग्री कालेज में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। एसटीएफ ने इस केन्द्र पर छापा मारा तो अभ्यर्थी सदन सिंह की जगह संतोष कुमार परीक्षा देते हुए मिला। संतोष नालन्दा के जीराइन से आया था। उससे पूछताछ के बाद मास्टरमाइन्ड अलीगंज सेक्टर ‘बी’ निवासी निशांत प्रभाकर और बिचौलिया गोमती नगर निवासी संतोष तिवारी को पकड़ लिया गया। इनके पास से रुपये, दो आधार कार्ड और पुलिस भर्ती से सम्बन्धित कागजात मिले। निशांत ने एसटीएफ को बताया कि उसका गिरोह कई वर्षों से इस गोरखधंधे में लिप्त हैं। गिरोह के लोग अभ्यर्थियों को ढूंढ़ते हैं, फिर उनसे पास कराने के नाम पर 10 से 15 लाख रुपये तक वसूले जाते हैं। परीक्षा से पहले दो से पांच लाख रुपये तक वसूलते थे, परीक्षा में पास हो जाने पर बाकी रकम वसूली जाती थी।
49 हजार 568 पदों पर भर्ती के लिए यूपी के 35 जिलों में 570 परीक्षा केन्द्र बनाये गए थे। यह परीक्षा दो दिन होनी है। पहले दिन हुई परीक्षा में 24 लोगों की गिरफ्तारी के बाद डीजीपी ने पूरे प्रदेश में सोमवार को और ज्यादा हिदायत बरतने के निर्देश मातहतों को दिये हैं।