न्यूयॉर्क। दुनिया में पांच में से हर एक व्यक्ति जलवायु संबंधी संकट झेल रहा है। इनमें बाढ़, सूखा और भीषण गर्मी जैसे जलवायु खतरे शामिल हैं। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चरम मौसम गरीबी से उभरने में एक बाधा है। हालात यही रहे तो 3.53 अरब लोगों की गरीबी मिटाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु संबंधी घटनाएं न केवल नौकरियां खत्म करती हैं बल्कि गरीबी का दुष्चक्र भी पैदा कर रही हैं। कम आय वाले देशों में लोगों का जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न प्रभावों के अनुकूल ढलना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। उनके पास ऐसी दिक्कतों से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि यदि तत्काल कोई कदम नहीं उठाया गया तो लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में दशकों लग सकते हैं। दुनियाभर में 69.2 करोड़ लोग बहुत ज्यादा गरीबी में जी रहे हैं।