ऋषिकेश। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में आयुष विभाग की ओर से दो दिवसीय स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों ने करीब डेढ़ सौ मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार किया। शिविर में मरीजों को पाचन संबंधी विकारों को लेकर जागरूक किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने स्वास्थ्य शिविरों के निरंतर आयोजन के लिए चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि ऐसे शिविरों से लोगों को उपचार तो मिलता ही है वह अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी होते हैं। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने शिविरों के जरिए रेंडामाइज्ड कंट्रोल ट्रायल (आरसीटी) पद्धति से अनुसंधान पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह के अनुसंधान से हम अपनी चिकित्सा सेवाओं को और अधिक बेहतर बना सकते हैं। आयुष विभागाध्यक्ष डा.वर्तिका सक्सेना की देखरेख में आयोजित शिविर में डा.मीनाक्षी जगझापे व डा.विंतेश्वरी नौटियाल ने मरीजों का परीक्षण किया व उन्हें पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखने के उपाय बताए। इस दौरान नर्सिंग टीम ने रोगियों का ब्लडप्रेशर, सुगर व मूत्र परीक्षण किया। बताया गया कि आयुष विभाग की ओर से स्त्री रोग व वात व्याधियों पर जल्द वृहद स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर के आयोजन में सीना, नितेंद्र, हेमा, अंजू, सीमा, संदीप भंडारी आदि ने सहयोग किया।