जयपुर। टीएलआई
राजस्थान में रामकथा के दौरान पंडाल गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। कथा के समय पंडाल में करीब 400 लोग मौजूद थे। घटना बाड़मेर के जसोल धाम में घटी। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस राहत और बचाव कार्य मे जुट गई। घटना पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने दुख जताया है।
मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर स्थित जसोल धाम में रामकथा के दौरान तेज आंधी से एक पंडाल गिरा गया। घटना के बाद जसोल धाम में अफरा-तफरी मच गई। पंडाल गिरने से मची भगदड़ के दौरान दम घुटने और करंट फैलने से 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसे में 50 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को उपचार के लिए ले जाया गया। प्राथमिक तौर पर पुलिस ने बताया है कि राम कथा सुनने के लिए जसोल धाम में करीब 1500 लोग आए थे, लेकिन जिस पंडाल में हादसा हुआ उस में करीब 400 लोग मौजूद थे। बताया जा रहा है कि कथावाचक ने पंडाल को जोर जोर से हिलते देख श्रद्धालुओं से इसे तुरंत खाली करने के लिए कहा, लेकिन श्रद्धालु समझ कर निकल पाते उससे पहले ही पंडाल गिर गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 5-5 लाख रुपये और घायलों के लिए 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
पंडाल गिरने से मची भगदड़ से दम घुटने और करंट फैलने से लोगों की मौत हुई। पंडाल गिरते समय बिजली के तारों की चपेट में आ गया जिससे करंट फैल गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदना जाहिर की और आला अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने और प्रभावितों व उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। केंद्रीय राज्यमंत्री व बाड़मेर से भाजपा के सांसद कैलाश चौधरी ने अपना रांची दौरा रद्द किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान के बारमेड़ में पंडाल गिरने से लोगों की मौत की खबर सुनकर दुख हुआ। मैं शोकसंतप्त परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त करता हूं। घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हों।