पटना। राजेन्द्र तिवारी
लालू प्रसाद के शासनकाल की तुलना में आज सौ फीसदी बेरोजगारी बिहार में बढ़ गयी है। यह दावा प्रदेश राजद ने किया। प्रदेश राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी विपक्ष से सवाल करने के पहले यह जान लें कि पहली बार लालू प्रसाद 1990 में सीएम बने थे तो विश्वव्यापी आर्थिक मंदी के कारण बिहार में भी बेरोजगारी दर आठ प्रतिशत था। जो लालू-राबड़ी शासनकाल में घटते-घटते 2005 तक लगभग 3 प्रतिशत पर आ गया।
सेंटर फॉर मॉनेटरिंग इंडियन इकोनॉमी के ताजा सर्वे के अनुसार बिहार में बेरोजगारी का दर आज 8 प्रतिशत से ज्यादा है। यानि सौ फीसदी बेरोजगारी बढ़ी है। इसी प्रकार वे यदि श्रम विभाग के आंकड़े और भारतीय रेलवे के बिहार से बाहर जाने वाले यात्रियों की संख्या की समीक्षा करेंगे तो राज्य से पलायन में भी बढोतरी दर्ज की जाएगी। कहा कि राजद शासन काल में सरकारी पद रिक्त कम रहते थे, शिक्षक, चिकित्सक, सिपाही, दारोगा इत्यादि पदों पर बहालियां नियमित होती थी, जो आज बंद है और संविदा पर नियुक्ति कर काम चलाया जा रहा है।