वाशिंगटन।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दुनियाभर में किए गए एहतियाती उपायों से उपजी आर्थिक परिस्थितियों ने दस करोड़ लोगों को चरम गरीबी के गर्त में धकेल दिया। विश्व बैंक ने अपनी विकास समिति की बैठक के बाद शुक्रवार को जारी एक बयान में यह बात कही।
बयान के मुताबिक दस करोड़ लोग चरम गरीबी में जी रहे हैं। इनमें से 80 फीसदी मध्यम आय वाले देशों से ताल्लुक रखते हैं। बयान में कहा गया है कि विश्व बैंक की विकास समिति ने कोरोना की दस्तक से उभरी आर्थिक चुनौतियों और उसके दुष्प्रभावों से निपटने में विश्व बैंक समूह (डब्ल्यूबीजी) के प्रयासों को सराहा। वित्त वर्ष 2021 में डब्ल्यूबीजी ने गरीब और मध्यम आय वाले देशों की मदद के लिए 157 अरब डॉलर की आर्थिक मदद की प्रतिबद्धता जताई थी।