टोक्यो। जापान में युवाओं के शादी नहीं करने से रिश्तेदार भी नहीं बन रहे हैं। ऐसे में एक शोध में खुलासा हुआ है कि दस फीसदी बुजुर्गों के पास न तो कोई अपना है और न ही रिश्तेदार। वहीं भारत में भी शादी नहीं करने का प्रचलन बढ़ रहा है। 2019 के आंकड़ों के अनुसार करीब 26 फीसदी पुरुष और करीब 20 फीसदी महिलाओं ने शादी नहीं की।
जापान में बच्चों की जन्मदर तेजी से नीचे आ रही है, क्योंकि युवा शादी नहीं कर रहे हैं। इस कारण वर्ष 2050 तक जापान के 10 फीसदी बुजुर्गों के पास अपना कोई रिश्तेदार नहीं होगा। जापान रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।जापान में 65 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोगों की संख्या अगले 25 वर्षों में डेढ़ गुना बढ़ने की उम्मीद है, जिनका कोई करीबी रिश्तेदार नहीं है। इसमें कहा गया है, जापान में जिन बुजुर्गों के बच्चे, पोते, भांजे या भतीजे नहीं होंगे, उनकी संख्या 44.8 लाख हो सकती है। अनुमान से यह भी पता चला है कि 65 वर्ष से अधिक आयु के बिना बच्चों वाले लोगों की संख्या 2024 में 45.9 लाख से बढ़कर वर्ष 2050 में 1.32 करोड़ हो सकती है। इनमें अविवाहित लोगों की संख्या 37.1 लाख से बढ़कर 83.4 लाख होने की उम्मीद है। जापान के राष्ट्रीय जनसंख्या एवं सामाजिक सुरक्षा अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के विश्लेषण में यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, चीन, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर में भी यही हालात बन सकते हैं। इन देशों में बुजुर्गों की आबादी तेजी से बढ़ रही है और शादियां नहीं करने का चलन बढ़ा है। इन देशों में वर्तमान में ऐसे बुजुर्ग 28.6 लाख हैं, जिनका कोई रिश्तेदार नहीं है। भारत में भी बीते कुछ वर्षों में अविवाहित युवाओं की संख्या में इजाफा हुआ है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के वर्ष 2022 के एक सर्वे में ये तथ्य सामने आए हैं। देश में ऐसे पुरुषों की आबादी 2011 में 20.8 फीसदी थी, जिन्होंने शादी नहीं की। यह अनुपात 2019 में बढ़कर 26.1 फीसदी हो गया है। शादी नहीं करने वाली महिलाओं के अनुपात में भी इसी तरह की वृद्धि दर्ज की गई है। अविवाहित महिलाओं का अनुपात 2011 में 13.5 फीसदी था, जो 2019 में बढ़कर 19.9 फीसदी हो गया। इससे भविष्य में बुजुर्ग लोगों की देखभाल के लिए कोई अपना नहीं होगा।