लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरी सरकार में जाति किसी पात्रता का आधार नहीं है। उत्तर प्रदेश में विकास की गंगा अब धरातल पर साफ दिखने लगी है। उन्होंने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ देने के संकल्प से सत्ता में आई। प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी उस संकल्प का अनुपालन किया और सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों का क्रियान्वयन शुरू किया।
शुक्रवार को गोरखपुर में दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग-सहायक उपकरणों के वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल को छोड़ दें तो आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने समग्र विकास की ओर ध्यान नहीं दिया। अन्यथा देश व प्रदेश की सूरत कुछ और ही होती। उनकी सोच सकारात्मक नहीं थी। सकारात्मक सोच की अभिव्यक्ति से ही विकास का ढांचा खड़ा होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ध्यान में रख कर योजनाएं संचालित की है। योजनाएं गरीबों के हित में बनाई जाती है। प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास का कोई विकल्प नही होता है। जब शासकीय योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगा तभी समाज सुखी और समृद्ध होगा।