लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
अयोध्या इसबार नौ लाख दीये से जगमग होगी। आवास योजना के तहत नए घर के गृहप्रवेश करने वाले परिवार अयोध्या दीपोत्सव में एक-एक दीये और जलाएंगे। इन गरीब परिवारों को सरकार की ओर से मिट्टी के नौ लाख दीये दिए जा चुके हैं। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। साथ ही उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि इस बार दिपावली पर विदेशी नहीं बल्कि देसी कारीगरों की बनाई मूर्तियों से पूजा करें।
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस बार दिवाली में विदेश से आई लक्ष्मी गणेश की मूर्ति की नहीं बल्कि अपने मिट्टी से जुड़े कारीगरों की बनाई मूर्ति से पूजा होनी चाहिए। इस अभियान के साथ हम सबको जुड़ना होगा। उन्होंने कहा कि मिट्टी के दीपों में लक्ष्मी का वास होता है। उन्होंने कहा कि राज्य में माटी कला बोर्ड के गठन के बाद किए गए प्रयासों के कारण चीन से अब दीपावली पर मूर्तियां और दीये आने बंद हो गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले की सरकारों में चार जिलों में बिजली दी जाती थी। लोग त्यौहार नहीं मना पाते थे। कारोबार प्रभावित होता था। अब ऐसा नहीं होता है। साढ़े चार साल में हमने एक भी दंगा नहीं होने दिया। दंगा करने वालों को यह समझा दिया है कि दंगा करोगे तो सात पीढ़ियां उसकी भरपाई करेंगी। यही नहीं पूर्व की सरकारों में पहले तालाबों व पोखरों पर कब्जा कर दिया जाता था। अब माटी कला से जुड़े लोगों के लिए अप्रैल से जून तक तालाबों व पोखरों से मिट्टी फ्री में निकालने की छूट है। मिट्टी के बर्तन बिकें इसके लिए प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया। प्लास्टिक मनुष्य, गोवंश के साथ ही प्रकृति के लिए भी नुकसानदायक है। 5261 कुम्हारों को इलेक्ट्रिक चाक दी ताकि वह तेजी से मिट्टी के बर्तन बना सकें। 35 हजार तालाब पोखरों से मिट्टी निकालने का पट्टा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी विचारधारा में विश्वास रखती है। सबके सुख व आरोग्य की कामना करती है। पहले जिन्होंने शासन किया उनका नारा था सबका साथ और सिर्फ उनके परिवार का विकास। इन लोगों की चिंता परिवार तक सीमित रही। जिससे प्रदेश पिछड़ता गया। प्रदेश को दंगों की आग में झोंका गया। भाजपा सरकार ने सबको आवास, शौचालय, बिजली जैसी सुविधाएं देने का काम किया है।