नई दिल्ली, देव कुमार। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को दुनिया का सबसे ऊंचा इमेजिंग चेरेनकोव टेलीस्कोप, मेजर एटमोस्फरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट (एमएसीई) ऑब्जर्वेटरी मिला है। यह हनले में 4,300 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है।
यह ऑब्जर्वेटरी अंतरिक्ष और ब्रह्मकिरण अनुसंधान के क्षेत्र में भारत की प्रगति को दर्शाती है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के सचिव और परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार मोहंती ने यहां एमएसीई ऑब्जर्वेटरी का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और अन्य भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) ने स्वदेशी तौर पर निर्मित एमएसीई एशिया का सबसे बड़ा इमेजिंग चेरेनकोव टेलीस्कोप है। डीएई की प्लेटिनम जुबली समारोह के दौरान आयोजित उद्घाटन समारोह में डॉ. मोहंती द्वारा हनले में स्मारक पट्टिकाओं का भी अनावरण किया गया। इस दौरान डॉ. मोहंती ने गांव के नेताओं, स्कूल के प्रधानाध्यापक और हानले गोम्पा के लामा को भी सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि उच्च ऊर्जा वाली गामा किरणों का अवलोकन करने वाला एमएसीई दूरबीन सुपरनोवा, ब्लैक होल और गामा-किरण विस्फोट जैसी घटनाओं के अध्ययन में पूरे विश्व को सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना तथा बहु-संदेशवाहक खगोल विज्ञान में भारत की भूमिका को मजबूत करना है।