हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंड की संस्कृति एवं विरासत को संजोकर धार्मिक पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार कार्य कर रही है। रक्षा क्षेत्र में भारत पहले विदेशों से आयात करता था लेकिन देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 11 हजार करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों का निर्यात किया है। यह बात केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बुधवार को इंजीनियरिंग कॉलेज विश्राम गृह में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। कहा कि पीएम मोदी के सात वर्षों के कार्यकाल में देश लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। भारत को पूरी दुनिया आज महाशक्ति के रूप में देख रही है।
केंद्रीय मंत्री भट्ट ने कहा कि पर्यटन को रोजगार के साथ देश की संस्कृति एवं इतिहास से जोड़ते हुए स्वदेश दर्शन योजना, बुद्धा एवं रामा सर्किट और सरहद योजना आदि के माध्यम से आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। भट्ट ने बताया कि भारत सरकार की प्रसाद योजना के तहत उत्तराखंड के बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धामों के लिए करोड़ों रुपये की योजनाओं से संवारा जा रहा है। वहीं द्वाराहाट के पांडवखोली एवं महावतार गुफा को भी विश्वस्तरीय केंद्र बनाने के प्रयास हो रहे हैं। बताया कि सरहद योजना में उत्तराखंड की लगभग 650 किमी सीमावर्ती क्षेत्र में पलायन को रोकने के लिए भी पर्यटन के लिए विकसित करने कार्ययोजना बनाई गई है।
इससे जहां सीमाओं पर लोकल फॉर वोकल को बल मिलेगा, वहीं सीमाओं की सुरक्षा भी मजबूत होगी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भट्ट ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर मां दूनागिरि सहित जिले के धार्मिक पर्यटन स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। वहीं द्वाराहाट, चौखुटिया, रानीखेत, बिंता, बग्वालीपोखर आदि क्षेत्रों से पहुंचे लोगों ने भी भट्ट को ज्ञापन देकर समस्याओं से अवगत कराया। पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी ने भट्ट से मुलाकात कर पंतनगर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विवि बनाने पर उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं को होने वाले नुकसान के बारे में बताया। वहीं तड़ागताल झील और दूनागिरि मंदिर के लिए रोपवे बनाने के लिए मांग पत्र सौंपा। पूरन सिंह कैड़ा, गोविंद कैड़ा ने उदेपुर मंदिर को पर्यटन स्थल से जोड़ने के लिए ज्ञापन दिया। गायक तुषार मठपाल ने भट्ट को परमहंस योगानंद की योगी कथामृत पुस्तक भेंट की।