हल्द्वानी। अनीता रावत
वो फोन कर खुद का कभी कस्टमर केयर के अफसर तो कभी इंश्योरेंस कंपनी का अधिकारी बताते थे। बात बढ़ाते थे इनाम का झांसा देते थे और फिर खाली कर देते थे बैंक अकाउंट। यही नहीं दिल्ली में फर्जी कॉल सेंटर भी खोल रखा था। हल्द्वानी में जब छह लाख की ठगी हुई तो पुलिस ठगों की गिरबां तक पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। बुधवार को उत्तराखंड पुलिस और एसओजी की टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि इंश्योरेंस के पैसे दोगुने करने का लालच देकर ठगी करते थे। यही नहीं कस्टमर केयर के कर्मचारी और अधिकारी बनकर भी लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 5 हजार लोगों का डाटा, लैपटॉप, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, इंश्योरेंस कस्टमर डिटेल एवं ठगी से प्राप्त 15 हजार रुपये बरामद किया है
एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने गुरुवार को बताया कि हल्द्वानी देवलचौड़ बंदोबस्ती रामपुर रोड निवासी राहुल शर्मा ने 6 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में मोबाइल नंबरों की लोकेशन के आधार पर बीते बुधवार को पुलिस और एसओजी की टीम ने दिल्ली के लक्ष्मी नगर में मेट्रो स्टेशन के पास डी ब्लॉक स्थित बिल्डिंग डी-125ए की तीसरी मंजिल पर छापा मारा। वहां से आरोपी मोहम्मद आदिल सिद्धिकी (29) व फैजल खान (26) दोनों निवासी अकबर लाइन थाना शाहिनबाग दक्षिण पूर्वी दिल्ली और सरफराज आलम (30) निवासी गली नम्बर-12 भजनपुरा थाना शाहदरा को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार पीड़ित राहुल के पिता प्रीतम सिंह ने भारतीय एक्सा कंपनी से 12 लाख का इंश्योरेंस कराया था। उसकी परिपक्वता अवधि माह जनवरी 2021 में पूर्ण हो चुकी थी। पैसे की निकासी के लिए उन्होंने गूगल पर सर्च कर संबंधित इन्श्योरेंस कम्पनी का मोबाइल नंबर लिया। उस नंबर पर कॉल करने पर दीपक सिंह नाम के व्यक्ति से बात हुई। इसके बाद ठगों ने आईआरडीए डायरेक्टर टीएस नायक, राकेश लोखंडे आदि के नाम से अलग-अलग नंबरों से बात की। पीड़ित को इंश्योरेंस की रकम में बढ़ोतरी का झांसा देकर उसकी एवज में बड़ी रकम मांगी। इसी दौरान अप्रैल माह में पीड़ित के पिता की मृत्यु हो गई। इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित राहुल शर्मा से बात की। राहुल ने उनके झांसे में आकर करीब 6 लाख रुपये की राशि फैजल खान, रितेश कुमार, अंजूबी हरबलानी के खातों में डाल दी। ठगी का एहसास होने पर पुलिस से शिकायत की। आरोपियों ने उत्तराखंड के अलावा यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि में भी ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है। उनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।