पटना। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गुरुवार को पहली बार सार्वजनिक मंच पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। आतंक के आकाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकियों और हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने जोर देकर अंग्रेजी में कहा, आज मैं बिहार की घरती से पूरी दुनिया को बताना चाहता हूं कि भारत इस हमले में शामिल आतंकियों और इसकी साजिश रचने वालों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें सजा देगा। हम उन्हें धरती के आखिरी छोर तक भी नहीं छोड़ेंगे। पूरा देश इसको लेकर दृढ़ है। यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है। देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की इच्छा-शक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी। मानवता में विश्वास करने वाले सभी लोग हमारे साथ हैं। प्रधानमंत्री ने इस वक्त भारत के साथ खड़े देशों और विभिन्न देशों के नेताओं को धन्यवाद दिया।
मोदी ने राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर गुरुवार को झंझारपुर में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के लिए 13,480 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत पहलगाम में जान गंवाने वाले नागरिकों के लिए मौन रखकर श्रद्धांजलि से की। उन्होंने कहा, आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है। कोटि-कोटि देशवासी दुखी हैं। इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई तो किसी ने जीवन-साथी। उनमें कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़। कोई मराठी था, कोई उड़िया, कोई गुजराती। कोई बिहार का लाल था। आज कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है। हमारा आक्रोश एक जैसा है। पीड़ित परिवारों के इस दुख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि तेजी से विकास के लिए शांति और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण शर्त है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बापू का दृढ़ विश्वास था कि जब तक गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा। देश में पंचायती राज की परिकल्पना के पीछे यही भावना है। बीते दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। बीते 10 साल में दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पंचायतों को मिला है। यह सारा पैसा गांव के विकास में लगा है। मोदी ने कहा कि तकनीक के माध्यम से भी पंचायतों को मजबूत किया गया है। बीते दशक में देश के दो लाख से ज्यादा ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा गया है। देश में 30 हजार नए पंचायत भवन भी बनाए गए। प्रधानमंत्री ने कहा, बीता दशक भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का रहा। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित भारत की बुनियाद को मजबूत कर रहा है। देश के 12 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों के घरों में पहली बार नल से जल पहुंचा है। ढाई करोड़ से अधिक घरों में बिजली का कनेक्शन पहुंचा है। जिन्होंने कभी सोचा नहीं था कि गैस के चूल्हे पर खाना बनाएंगे, उनको गैस सिलेंडर मिले हैं। लद्दाख और सियाचिन में, जहां सामान्य सुविधाएं तक पहुंचानी मुश्किल होती हैं, वहां अब फोर-जी और फाइव-जी मोबाइल कनेक्शन पहुंच गया है। ये दिखाता है कि आज देश की प्राथमिकता क्या है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशक में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है।
