नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
मुंबई राजधानी एक्सप्रेस देश की पहली स्मार्ट तेजस कोच ट्रेन बन गई है। इस ट्रेन में कोच की वायु गुणवत्ता से लेकर आग का पता लगाने के लिए सेंसर लगाए गए हैं।
रेल मंत्रालय ने विश्व स्तरीय सुविधाएं रेल यात्रियों को मुहैया कराने के लिए मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में अपग्रेडेड स्मार्ट कोच लगाए हैं। अपग्रेडेड स्मार्ट कोच लगने से मुंबई राजधानी देश की पहली ट्रेन स्मार्ट तेजस कोच ट्रेन बन गई है। इसमें कोच की वायु गुणवत्ता से लेकर पैनिक स्विच और आग का पता लगाने वाले सेंसर लगे हैं। अपग्रेड होने के बाद दिल्ली-मुंबई के बीच चलने वाली पश्चिम रेलवे की सबसे प्रतिष्ठित ट्रेन मुंबई राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस सोमवार को आधुनिक सुविधा वाले तेजस कोच के साथ रवाना हुई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नए तेजस कोच को स्मार्ट कोच कहते हैं। यह अपनी तरह का पहला कोच है। इस कोच में इंटेलिजेंट सेंसर आधारित सिस्टम की मदद से रेल यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है। यह जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ प्रदान की गई यात्री सूचना व कोच कंप्यूटिंग यूनिट से लैस है, जाकि रिमोर्ट सर्वर को रिपोर्ट करता है। पीआईसीसीयू डब्ल्यूएसपी, सीसीसीटीवी रिकार्डिंग, टॉयलेट गंध सेंसर, पैनिक स्विच व फायर डिडेक्शन एंड अलार्म सिस्टम के साथ एकीकृत अन्य वस्तुओं, वायु गुणवत्ता, चोक फिल्टर सेंसर व उर्जा मीटर का डेटा रिकार्ड करेगा। तेजस स्मार्ट कोच के उपयोग के साथ भारतीय रेल का लक्ष्य निवारक अनुरक्षण के बजाए भविष्यसूचक अनुरक्षण की ओर आगे बढ़ाना है। लंबी दूरी के रेल यात्रियों के लिए यह एक आर्दश बदलाव है, जिसमें अधिकांश कार्य मानवीय हस्तक्षेप के बजाए सेंसर करेंगे। उन्होंने बताया कि अपगे्रडेड स्मार्ट सुविधाओं के साथ ये चमकीले सुनहरे रंग केकोच दूसरी राजधानी ट्रेनों में भी लगाने की योजना है। बताया जा रहा है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा व निगरानी के लिए स्मार्ट तेजस के प्रत्येक कोच में छह सीसीसटीवी कैमरे होंगे, जिससे लाइव रिकार्डिंग करेंगे। दिन-रात दृष्टि क्षमता वाले कैमरे कम रोशनी में चेहरे की पहचान कर लेंगे। इनमें नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर लगाए गए हैं। कोच के सभी दरवाजे गार्ड द्वारा कंट्रोल होंगे। उनके बंद होने के बाद भी ट्रेन रवाना हो सकेगी। कोच के अलावा पेंट्रीकार व पावर कार में आग का पता लगाने वाले सेंसर लगे हैं। टॉयलेट में ऑक्यूपेंसी सेंसर लगे हैं इनके भीतर आपाताकालानी स्थिति के लिए पैनिक बटन लगाया गया है।