वाशिंगटन। आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहे वेनेजुएला वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही अमेरिका ने देश की सेना से सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को स्वीकार करने के लिए कहा है। वहीं अमेरिका समेत दुनिया के 20 से अधिक देशों ने विपक्षी नेता जुआन गुइडो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर मान्यता दे दी है।
मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है कि तेल स्मृद्ध वेनेजुएला इन दिनों गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। विपक्षी राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति मादुरो को पद से हटाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। ऐसे में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और उनके सहयोगी अब वेनेजुएला के लोगों की संपत्ति को नहीं लूट पाएंगे। अमेरिका के इस कदम का लक्ष्य मादुरो के प्रतिद्वंद्वी एवं विपक्ष के नेता जुआन गुइडो को मजबूती देना भी है, जिन्हें अमेरिकी प्रशासन ने वेनेजुएला के वैध नेता के रूप में पिछले सप्ताह मान्यता दी थी। बताया जा रहा है कि इस प्रतिबंध के तहत अमेरिकी अधिकार क्षेत्र में कंपनी की सम्पत्तियों को फ्रीज कर दिया जाएगा और कोई भी अमेरिकी इस कंपनी के साथ किसी भी प्रकार का व्यापार नहीं कर पाएगा। अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवेन मनूशिन ने कहा है कि अब से वेनेजुएला के तेल की बिक्री का पैसा मादुरो की सरकार तक नहीं पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि तेल कंपनी जुआन गुइडो को देश का नेता मानकर प्रतिबंधों से बच सकती है। वहीं अमेरिका के इस कदम के बाद
वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो ने पीडीवीएसए के खिलाफ प्रतिबंध के मद्देनजर अमेरिका को उचित जवाब देने का संकल्प लिया है। मादुरो ने कहा कि मैंने पीडीवीएसए के प्रमुख को विशेष निर्देश दिए हैं कि वह अमेरिका में और अंतरराष्ट्रीय अदालतों में राजनीतिक एवं कानूनी कदम उठाए ताकि सिटगो की संपत्ति और पूंजी को सुरक्षित रखा जा सके। बता दें कि वेनेजुएला की सरकार ने देश की राष्ट्रीय मुद्रा बोलीवार के मूल्य में 35 फीसदी की कटौती भी कर दी है ताकि उसे काले बाजार की विनिमय दर के बराबर लाया जा सके।