रामपुर। मिलक कोतवाली क्षेत्र के सिलई बड़ा गांव में मंगलवार शाम ग्राम समाज की जमीन पर आंबेडकर का बोर्ड लगाने को लेकर बवाल हो गया। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से दसवीं के छात्र की मौत हो गई जबकि, दो अन्य घायल हो गए। हालांकि, पुलिस अधीक्षक ने साफ किया है कि गोली पुलिस की थी या पब्लिक की, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। उधर छात्र का शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के लिए अधिकारी आक्रोशित ग्रामीणों को मनाते रहे लेकिन ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया। देर रात मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह और डीआईजी मुनिराज जी भी घटनास्थल पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत किया। इसके बाद करीब आठ घंटे के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजा। मिलक कोतवाली क्षेत्र के सिलई बड़ा गांव में गंगवार और जाटव समाज के कुछ लोगों के बीच सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर विवाद चला आ रहा था। बताया जाता है कि 15 दिन पहले प्रशासन ने अवैध कब्जा हटवा दिया था। करीब 10 दिन पहले संबंधित जमीन पर डा. आंबेडकर का बोर्ड लगा दिया था, जिसकी गंगवार समाज के कुछ लोगों ने फिर शिकायत की। मंगलवार को इसी शिकायत पर बोर्ड हटवाने के लिए राजस्व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। करीब साढ़े चार बजे जब टीम ने फोर्स की मौजूदगी में कब्जा हटवाने का प्रयास किया तो वहां पथराव हो गया। जिससे एसडीएम-तहसीलदार समेत राजस्व टीम पीछे हटने लगी। आरोप है कि इसी बीच पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से 17 साल के सोमेश पुत्र गेंदनलाल की मौत हो गई। सोमेश हाईस्कूल का छात्र बताया जा रहा है। फायरिंग और पथराव में रमन पुत्र वीर सिंह और रहीस पाल पुत्र ओमकार घायल हो गए। इससे लोगों में आक्रोश फैल गया। सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। एडीएम प्रशासन लालता प्रसाद शाक्य और एसपी राजेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे। आक्रोशित परिजनों को समझाया। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया है। देर रात कमिश्नर और डीआईजी के आश्वासन के बाद परिजनों का आक्रोश शांत हुआ और मृतक छात्र का शव उठाने दिया।