लंदन।
बिहार के भागलपुर के गणित के शिक्षक सत्यम मिश्रा और आंध्र प्रदेश के हैदराबाद की सामाजिक अध्ययन, अंग्रेजी और गणित की शिक्षिका मेघना मुसुनुरी ने गुरुवार को घोषित इस साल के 10 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 7,36,00,450 रुपये) के वैश्विक शिक्षक पुरस्कार के लिए शीर्ष 50 शिक्षकों में जगह बनाई है।
वैश्विक शिक्षक पुरस्कार का आयोजन वर्की फाउंडेशन यूनेस्को के साथ मिलकर करता है। इसके लिए 121 देशों से 8,000 से अधिक नामांकन आए। वर्की फाउंडेशन के संस्थापक सन्नी वर्की ने बताया, केवल शिक्षा को प्राथमिकता देकर ही हम अपने कल को सुरक्षित कर सकते हैं। शिक्षा विश्वास के साथ भविष्य का सामना करने की कुंजी है। हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार मिले : यूनेस्को में शिक्षा के लिए सहायक महानिदेशक स्टेफेनिया गियानिनी ने कहा, अगर हमें कोविड-19 के मद्देनजर एक बेहतर दुनिया का पुनर्निर्माण करना है तो हमें हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का पैदायशी अधिकार देने को प्राथमिकता देनी होगी। सत्यम मिश्रा को दुनिया को देखने के बच्चों के तरीके में बदलाव के संकल्प और छात्रों के लिए गणित विषय को रुचिकर बनाने के लिए गुणा के आसान फॉर्मूलों को लेकर इस सूची में जगह बनाई। मेघना मुसुनुरी को शिक्षा के संदर्भ में भविष्यवादी, परोपकारी और जुनूनी उद्यमी बताया जाता है। वह फाउंटेनहेड ग्लोबल स्कूल एंड जूनियर कॉलेज की संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं। साथ ही उद्यमी महिलाओं को ऑनलाइन मौजूदगी स्थापित करने के लिए उनका मार्गदर्शन करने वाली, गूगल की संस्था वीमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑन द वेब (डब्ल्यूईओडब्ल्यू) की हैदराबाद शाखा की भी अध्यक्ष हैं।