देहरादून। अनीता रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि अपने 100 दिन के कार्यकाल में उनकी कोशिश रही है कि नौकरशाही सही से काम करे और लोगों की समस्याओं का निवारण हो।
मुख्यमंत्री पद पर इसी सप्ताह 100 दिन पूरे करने वाले धामी ने यहां एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने लोगों की समस्याओं के निदान के प्रयास किए ताकि उनकी परेशानियां कम हो सकें ।
धामी ने तीन जुलाई को राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के बाद राज्य की कमान संभालने वाले धामी तीसरे मुख्यमंत्री हैं । धामी ने कहा कि मैं पार्टी का सिपाही हूं। मेरी कोशिश है कि मुझे जो समय मिला है, उसका सदुपयोग करूं और एक-एक पल जनता के कल्याण में लगाऊं। अपनी कार्यशैली के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में घोषणाएं करने से पहले उन्होंने संबंधित विभाग से आकलन करवाया और उसके बाद वित्त विभाग से परामर्श लिया जिससे उसके लाभ लोगों को जल्द मिलें । धामी ने कहा कि उनकी ज्यादातर घोषणाओं से संबंधित शासनादेश जारी भी हो गए हैं । धामी ने बताया कि कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित पर्यटन, स्वास्थ्य, परिवहन और सांस्कृतिक क्षेत्रों के लिए उन्होंने आर्थिक पैकेज घोषित किए, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत काम करने वाले स्वयं सहायता समूहों के लिए आर्थिक सहायता डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खातों में पहुंचाने की शुरूआत की । उन्होंने कहा कि इसके अलावा, उत्तराखंड आंदोलनकारियों के पति या पत्नी को भी पेंशन दिए जाने और अन्य आंदोलनकारियों के पहचान करने की घोषणा की गई, जिसके विषय में शासनादेश भी जारी हो चुका है। एक सवाल के जवाब में धामी ने कहा कि भाजपा को छोड़कर अन्य सभी पार्टियों का एजेंडा केवल चुनाव है। उन्होंने कहा कि भाजपा को छोड़कर सभी पार्टियां उत्तराखंड में चुनाव के लिए काम कर रही हैं। ये साढ़े चार साल गायब रहती हैं और अंत में चुनाव के समय आकर घोषणाएं करना शुरू कर देती हैं, तो इसलिए उनका एजेंडा केवल चुनाव है।