देहरादून। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में यूरोलॉजी विभाग की ओर से महिलाओं से संबंधित पेल्विक रोगों के लिए विशेष क्लिनिक के साथ ही इनकोंटिनेस के लिए टीओटी स्लिंग सर्जरी शुरू कर दी गई है। मूत्र के अनैच्छिक रिसाव और पेशाब के बार बार आने जैसी मूत्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित महिलाओं के लिए एम्स संस्थान की ओर से अच्छी खबर है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि मूत्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित महिला रोगियों के लिए प्रत्येक मंगलवार को संस्थान के यूरोलॉजी विभाग ने महिला पैल्विक उपविशिष्टता क्लिनिक शुरू किया है, जिसका समय दोपहर दो से चार बजे तक निर्धारित किया गया है। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने बताया कि यह क्लिनिक मूत्र असंयम से पीड़ित महिलाओं की समस्याओं के निदान के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा संस्थान के यूरोलॉजी चिकित्सकों की टीम ने मूत्र के अनैच्छिक रिसाव से पीड़ित रोगियों के लिए टीओटी स्लिंग सर्जरी भी शुरू की है। यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा.अंकुर मित्तल ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाएं मूत्र संबंधी विकारों से पीड़ित हैं। मगर वह इसके उपचार को लेकर लापरवाह रहती हैं। इससे उनमें शर्मिंदगी का इतना डर विकसित होता है कि वह समस्या चिकित्सक को बताने की बजाए घर में ही रहना पसंद करती हैं। और किसी प्रकार के सामाजिक संपर्क से बचती हैं। उन्होंने बताया कि महिला पैल्विक चिकित्सा क्लिनिक इन समस्याओं के निदान व उपचार पर ध्यान केंद्रित करेगा। स्लिंग सर्जरी से मूत्र असंयम से पीड़ित महिलाओं में मूत्र असंयम से नियंत्रित करने में मदद करेगी।
क्या है मूत्र असंयम
असंयम मूत्र के अनैच्छिक रिसाव है, यह एक उपेक्षित समस्या है जो लाखों महिलाओं को प्रभावित करती है। हालांकि यह अधिक उम्र की महिलाओं में आम समस्या है ,मगर यह बीमारी कम उम्र की महिलाओं को भी प्रभावित कर सकती है। मूत्र असंयम के तीन मुख्य प्रकार
-स्ट्रेस यूरीनरी इनकोंटीनेस एसयूआई-खांसी, हंसी व छींक आने पर मूत्र लीक होता है, जब महिलाएं चलती हैं, दौड़ती या व्यायाम करती हैं तब भी पेशाब का रिसाव हो सकता है।
-अरजैंसी यूरिनरी इनकोंटीनेस–
अचानक पेशाब करने की तीब्र इच्छा जिसे रोकना कठिन है।
ओवरफ्लो इनकोंटिनेस अतिप्रवाह असंयम-
जब मूत्राशय ठीक से खाली नहीं होता है, तो बड़ी मात्रा में मूत्र जमा होता है, जमा होता है जिससे मूत्राशय ओवरफ्लो हो जाता है, यह समस्या पुरुषों में ज्यादा पाई जाती है। आमतौर पर मूत्र पथ के संक्रमण, कैफीन, शराब का सेवन पैल्विक की मांसपेशियों और ऊतकों के कमजोर होने और न्यूरोमस्कुलर समस्याओं के कारण होता है।
प्रारंभिक उपचार विकल्प-
जीवन शैली में बदलाव, वजन कम करना, कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से परहेज करना। कीगल्स व्यायाम, बायोफीडबैक।
दवाएं-एंटीकोलिनर्जिक्स सर्जरी-स्लिंग सर्जरी, कोल्पोसस्पेंशन ।
क्या है टीओटी स्लिंग सर्जरी –
स्ट्रेस मूत्र असंयम के लिए स्लिंग एक अपेक्षाकृत नया उपचार विकल्प है,इस सर्जरी में मूत्रमार्ग के नीचे स्थायी टेप लगाया जाता है।टेप को लगाने के लिए उपयोग की जाने वाली सुइयों को ऊपरी आंतरिक जांघ के दोनों किनारों पर छोटे चीरों के माध्यम से लगाया जाता है।वर्तमान में टीओटी स्लिंग प्रक्रिया महिला स्ट्रेस यूरिनरी इनकोंटिनेस के सर्जिकल उपचार के लिए सरल,न्यूनतम घातक व लागत प्रभावी प्रक्रिया है।