देहरादून। अर्पणा पांडेय
कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ रही है। वहीं प्रधानमंत्री समेत सभी देशवासी इस वायरस को हराने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं। जनता कर्फ्यू के बाद लॉक डाउन और अब रविवार को यानी आज दीया ‘रोशनी अस्त्र’। प्रधानमंत्री की अपील पर पूरा देश आज रात नौ बजे नौ मिनट के लिए बत्तियां बंद कर दीये की रोशनी करने की तैयारी में जुट गया है। हालांकि इस स्थित में ब्लैक आउट की स्थित को देखते हुए पावर ग्रिड को भी अलर्ट कर दिया गया है। उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश समेत पूरे देश में पावर ग्रिड के खतरे की आशंका को देखते हुए ऊर्जा मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि इससे कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य और केंद्र सरकार भी पूरी तरह तैयार है।
देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3300 से ज्यादा हो गई है। रोज नए मामले सामने आ रहे हैँ। इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन कर दिया गया है। लेकिन संक्रमित व्यक्तियों के अनजाने में इधर उधर घुमने से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक दिन में पूर्वांचल में छह नए मामले सामने आए हैं। वहीं दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी के अन्य जिलों में भी दर्जनों मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को भी लॉकडाउन करने के लिए देश भर में लॉकउाउन किया गया है। सीमाएं सील कर दी गई है। इस की अगली कड़ी के लिए प्रधानमंत्री ने रविवार को रात नौ बजे घर की सभी लाइटें बंद कर दीये या टॉर्च की रोशनी करने की अपील की है। हालांकि इस दौरान बिजली ग्रिडों पर दबाव बढ़ जाएगा। ऐसे में अचानक होने वाले ब्लैक आउट को देखते हुए ग्रिडों में तैयारी शुरू हो गई है।
बताया जा रहा है कि 9 मिनट के ब्लैकआउट से करीब 12 से 15 गीगावाट बिजली मांग में गिरावट आएगी। इस दौरान 12 से 15 गीगावाट का भार पड़ेगा। यह भार भी दो से चार मिनट तक और नौ मिनट बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे निपटने के लिए मांग में गिरावट को हाइड्रो और गैस संसाधनों की मदद से नियंत्रित किया जाएगा। उत्तरप्रदेश के सोनभद्र में स्थित सभी कोयला एवं गैस संचालित संयंत्रों को ऐसे चलाया जाएगा कि बिजली की मांग-आपूर्ति को नियंत्रित किया जा सके। उधर, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ने भी सभी पावर ग्रिडों को एसएलडीसी की सिफारिशों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसको देखते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने पावर ग्रिड कारपोरेशन और ग्रिड संचालक पॉवर सिस्टम ऑपरेटर कारपोरेशन के अधिकारियों संग बैठक कर ग्रिड पर बढ़ने वाले लोड, इससे होने वाले नुकसान और उससे निपटने की तैयारियों की जानकारी ली।वहीं यूपी के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर ने राज्य की सभी पावर ग्रिडों को सतर्क रहने और जरूरी कदम उठाने की सिफारिश की है।