लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
एक सिपाही को हनी ट्रैप में फंसाने वाली महिला समेत तीन लोगों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार हनी ट्रैप की सरगाना खुद आरोपी महिला ही थी। उसनेअपना नाम बदलकर सिपाही से दोस्ती की। फिर उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की लेकिन सिपाही ने उसके झांसे में आने की बजाय एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने बुधवार को महिला और उसके गिरोह के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
पट्टी थाने में तैनात सिपाही शिव कुमार यादव ने तहरीर देकर हनी ट्रैप गिरोह से बचाने की गुहार लगाई थी। सिपाही के मुताबिक लगभग तीन साल पहले जौनपुर के मीरपुर थानाक्षेत्र स्थित कसेरुआ गांव निवासी रोशनी सरोज ने उसके मोबाइल पर कॉल कर अपना नाम काजल यादव बताकर दोस्ती कर ली। जिसके बाद फोन पर बातें और चैटिंग होने लगी। अक्तूबर के दूसरे हफ्ते से काजल यादव बनी रोशनी सरोज सिपाही से दो लाख रुपये मांगने लगी। सिपाही ने असमर्थता जताई तो उसे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगी। नौ अक्तूबर को आरोपित महिला ने यूपी 112 पर कॉल कर खुद को सिपाही शिवकुमार की पत्नी बताते हुए कहा कि तीन महीने पहले शादी हुई थी। शिवकुमार के कई महिला सिपाहियों से संबंध हो गए हैं, इसलिए उसे घर से निकाल रहा है। लेकिन उसके बताए पते पर पुलिस गई तो वह नहीं मिली। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की। इसी बीच 12 अक्तूबर को फिर सिपाही को फोन कर नौकरी छुड़वाने की धमकी देने लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने झांसा देकर महिला को रुपये लेने उड़ैयाडीह बुलाया और वहीं रोशनी व उसके गिरोह के सदस्यों अखिलेश सरोज निवासी गुड़ाई मोहल्ला थाना मुंगरा बादशाहपुर जौनपुर व मुकेश सिंह निवासी कीर्तिपुर थाना सुरियांवा जिला भदोही को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया।