न्यूयॉर्क। दफ्तार में काम करने वाले युवाओं की कमर, गर्दन की हड्डियां लगातार चटक रही हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि दफ्तर से युवाओं के छुट्टी लेने का कारण घूमना या दोस्तों के साथ मस्ती करना नहीं बल्कि कमर और गर्दन दर्द है। यह बात ब्रिटिश वायोटेक कंपनी एल्विका मेडिकल के शोध में सामने आई।
शोध के अनुसार, 24 फीसदी युवाओं ने बताया कि इस साल अवकाश लेने के लिए उन्होंने गर्दन और कमर दर्द का कारण ऑफिस में दिया। वहीं 59 और इससे अधिक उम्र वाले 14 फीसदी लोगों के अवकाश की भी यही वजह रही। वहीं 27 से 42 साल के 18 फीसदी लोगों के अवकाश का कारण कमर और गर्दन दर्द रहा। केवल 13 फीसदी 43 से 58 वर्ष के लोगों ने अवकाश लेने की वजह कमर और गर्दन दर्द को बताया। बायोटेक कंपनी अल्विका मेडिकल ने 2000 लोगों पर यह शोध किया। कंपनी के सीईओ विक्टोरिया फ्रैनसेन ने कहा, ‘इसमें पता चला कि मोबाइल और टैबलेट जैसे डिवाइस इस दर्द का कारण बन रहे हैं। डॉक्टरों की ओर से पहले ही युवा पीढ़ी में ‘टेक नेक’ को लेकर चेतावनी दी गई थी। उनका कहना है कि एक दिन में घंटों स्मार्टफोन और टैबलेट देखने के दौरान खराब पोश्चर से रीढ़ की हड्डी और गर्दन में दर्द हो रहा है। सभी उम्र के कुल 63 फीसदी लोगों ने बीते 12 महीनों के दौरान कमर और गर्दन में दर्द की शिकायत की। बचाव के लिए शोधकर्ताओं ने युवाओं को डिजिटल डिवाइसेज के इस्तेमाल में कमी लाने की बात कही। साथ ही बैठने और चलने के दौरान शरीर का पोश्चर सही रखने की भी सलाह दी है।