लखनऊ। राजेंद्र सिंह
बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की कोशिशों से बसपा में आजाद भारत पार्टी डेमोक्रेटिव का विलय हो गया। मिश्रा ने कहा कि इस विलय से बसपा की ताकत बढ़ गई है। मिश्रा के के कार्यालय पर हुए इस विलय में शामिल वाल्मीकि समाज, सोनकर समाज, निषाद समाज, कश्यप समाज और युवा वर्ग ने बसपा को मजबूत करने का संकल्प लिया।
सतीश चंद्र मिश्र इस मौके पर कहा कि भाजपा सरकार से हर समाज के लोग प्रताड़ित हैं। कश्यप, वाल्मीकि, निषाद और सोनकर समाज के लोगों का इस सरकार में उत्पीड़न बढ़ा है। मायावती की नजर इन सभी समाज के लोग पर है। आप लोगों की ताकत को देखकर हम लोगों का हौसला बहुत ही बढ़ रहा है। आने वाले चुनाव में अगर सर्व समाज हम लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले तो मायावती को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता।
उन्होंने कहा कि मायावती कभी नहीं सोचती कि किस समाज ने उनको वोट दिया। वह सर्व समाज के विकास करने का काम करती हैं। 2007 में सरकार बनने पर 1.10 लाख लोगों को तत्काल प्रभाव से नौकरियां दी गई थी। महान हस्तियों के स्मारकों और पार्कों के लिए मायावती और पार्टी ने 110 मुकदमे झेले हैं।
आजाद भारत पार्टी डेमोक्रेटिव के राष्ट्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र आजाद ने कहा कि हम सभी बहुजन वादी हैं यह हमारा वैचारिक विलय है। आज अगर दलित शोषित वंचित समाज का कोई भी नेता समाज में अपनी बात रख पा रहा है मंच से भाषण दे पा रहा है तो वह केवल बहन मायावती की वजह से। उन्होंने हर समाज के लोगों को मजबूत करने का काम किया है। आज हम पूर्ण रूप से अपनी पार्टी का विलय कर रहे हैं और 2022 चुनाव में बहन मायावती को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे।