देहरादून। अनीता रावत
केदारनाथ धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का है। बीते सौ साल में राज्य में जितने यात्री नहीं आए, उससे ज्यादा अगले दस साल में आएंगे। उत्तराखंड में विकास की कई परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। केदारनाथ तक यात्री कार से आ सकेंगे, जबकि हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे प्रोजेक्ट पर तैयारी चल रही है। इससे अर्थव्यस्था को कितनी ताकत मिलेगी अंदाजा लगाया जा सकता है। मोदी ने कहा कि वो पवित्र धरती से बोल रहे हैं, 21वीं सदी का तीसरा दशक पूरी तरह उत्तराखंड का है। हाल के दिनों में चारधाम यात्रा में नए रिकॉर्ड बने हैं। यदि कोविड न होता तो यह संख्या कहीं ज्यादा होती।
गोवर्धन पूजा पर शुक्रवार को उत्तराखंड के केदारधाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और आदि गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल एवं प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या और अन्य तीर्थस्थलों के विकसित होने से भारत की संस्कृति, विरासत और आस्था के केंद्रों का गौरव सदियों के बाद वापस मिल रहा है। हमारी संस्कृति, विरासत और आस्था के केंद्रों को उसी गौरव भाव से देखा जा रहा है, जैसे देखा जाना चाहिए था। आज अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है। अयोध्या को उसका गौरव सदियों के बाद वापस मिल रहा है। उन्होंने कहा, अभी दो दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जिसे दुनिया ने देखा। इसका प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा, आज हम इसकी कल्पना कर सकते हैं। मोदी ने कहा कि भगवान राम से जुडे सभी तीर्थ स्थानों को जोड़कर एक पर्यटन सर्किट बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह उत्तर प्रदेश में काशी का भी कायाकल्प हो रहा है जहां विश्वनाथ धाम का कार्य पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। सारनाथ, कुशीनगर के जरिए बौद्ध सर्किट तैयार किया जा रहा है। मोदी बोले कि आज का भारत आदि शंकराचार्य की पंरपरा पर भरोसा रखने वाला और गौरव करने वाला भारत है। उन्होंने देश वासियों से अपील करते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए हमें स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थलों को देखने के साथ ऐसे स्थलों पर भी जाएं। साथ ही अपने बच्चों को भी लेकर जाएं। मोदी ने कहा तीर्थाटन महज सैर सपाटा नहीं बल्कि देश को एक सूत्र में बांधने का जरिया भी है।