हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंडके गुंजी में तीन दिवसीय शिवोत्सव का शुक्रवार को शुभारंभ हो गया है। इस दौरान कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इससे पूरी घाटी शिव के जयकारों से गूंज उठी। सीमांत में यह पहला मौका है, जब समुद्र तल से करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर ऐसा वृहद आयोजन हो रहा है। वक्ताओं ने इसे ऐतिहासिक बताया। कहा, इस तरह के कार्यक्रम से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही अन्य साहसिक खेलों का भी आयोजन हुआ।
शुक्रवार को शिवोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक हरीश धामी ने गुंजी स्थित ऋषि मंदिर में पूजा-अर्चना कर किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर कर्नल जतिन गुलेरी मौजूद रहे। रं कल्याण संस्था ने पगड़ी (ब्यठोलो) पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर दोनों को सम्मानित किया। इस दौरान विधायक धामी ने कहा कि सीमांत क्षेत्र भगवान शिव की नगरी है। यहां के लोगों की भगवान शिव में गहरी आस्था है। गुंजी में पहली बार शिवोत्सव होना ऐतिहासिक है। कहा कि भविष्य में इसे और भी भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए डीएम डॉ.आशीष चौहान की सराहना की है। विधायक ने कहा कि इससे पर्यटन को भी लाभ होगा। वहीं शिवोत्सव के शुभारंभ पर गुंजी, नाबि, नपलच्यू, बरम, कनार के लोगों ने परंपरागत वेशभूषा के साथ ढोल-नगाड़ों के साथ झांकी निकाली। नैनीसैनी छोलिया दल ने भी अपने हुनर दिखाकर लोगों की खूब वाहवाही लूटी। कार्यक्रम के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। प्रसिद्ध गायक बीके सामंत, गोविंद दिगारी, प्रकाश रावत, जितेंद्र तोमक्याल, नारायण सोराड़ी के साथ ही स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों को लोगों ने खूब पसंद किया। मेले को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही सेना, आईटीटीबीपी, एसएसबी भी सहयोग कर रही है। शिवोत्सव कार्यक्रम के दौरान बाइक रैली के जरिए लोगों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दिया जाएगा। शुक्रवार को मुख्य अतिथियों ने बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चंद्रमोहन पांडेय के नेतृत्व में 11 सदस्यीय दल 26 किमी दूर नाभीढांग (ओम पर्वत) की यात्रा करेगा। इस दौरान लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाएगा।