देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में यात्रियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री क्षेत्र की धारण क्षमता (कैरिंग कैपेसिटी) बढ़ाई जाएगी। शुक्रवार को देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को इस दिशा में काम करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा प्राधिकरण के गठन के लिए जरूरी सभी प्रक्रियाएं 30 जनवरी तक पूरा करने को कहा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड के मान और सम्मान से जुड़ी यात्रा है। यात्रा के दौरान सुविधाएं, यातायात प्रबंधन, अवस्थापना विकास के आधार पर धामों की धारण क्षमता, यात्रा मार्गों पर विभिन्न व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाए। जिन स्थानों पर वाहनों को रोकने की व्यवस्था हो, वहां पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही होटल, पेयजल, शौचालय, स्वच्छता और अन्य सभी मूलभूत आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए। बैठक में भारतीय प्रबंधन संस्थान रोहतक के निदेशक प्रो. धीरज शर्मा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से गत वर्षों में चारधाम यात्रा के दौरान आई प्रमुख कठिनाइयों और उनके समाधान की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने चारधाम यात्रा के दौरान यातायात प्रबंधन और पंजीकरण व्यवस्था को मजबूत बनाने पर जानकारी दी।