श्रीनगर। आतंकवादी बुरहान का करीबी और 12 लाख का इनामी मोस्ट वांडेट आतंकी जीनत को मार कर सुरक्षाबलों को जम्मू कश्मीर में बड़ी सफलता हासिल की है। अल बद्र के शीर्ष कमांडर जीनत उल-इस्लाम के खात्मे के साथ ही सेना ने कश्मीर घाटी में आतंकियों की कमर तोड़कर रख दी है। सेना की हिटलिस्ट में शामिल शीर्ष 12 कमांडर में से अब सिर्फ रियाज नायकू और जाकिर मूसा ही बचे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुलगाम के काटापोरा में हुई मुठभेड़ में 12 लाख का इनामी आतंकी जीनत उल-इस्लाम सहित दो आतंकवादी ढेर हो गए। अल-बद्र सरगना जीनत बुरहान वानी का करीबी था। सेना ने 2017 में उसे मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल किया था। सूत्रों के अनसुार जीनत ‘ए++ श्रेणी का आतंकवादी था। वह पिछले साल नवंबर में हिजबुल मुजाहिद्दीन को छोड़कर अल-बद्र से जुड़ा था। जीनत दक्षिण कश्मीर में लश्कर को बढ़ाने के लिए अहम था। सूत्रों के अनुसार जीनत जाकिर मूसा का दाहिना हाथ बताया जा रहा था।
सूत्रों के अनुसार आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने पर कटपोरा इलाके में शनिवार शाम सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। इन आतंकियों की पहचान शोपियां जिले के रहने वाले शीर्ष कमांडर जीनत-उल-इस्लाम उर्फ जीनत उर्फ उस्मान और उसके सहयोगी शकील अहमद डार के रूप में हुई है, जो चिली पोरा गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद मिले हैं। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद आतंकियों के शव उनके परिवार के हवाले कर दिए गए। गौरतलब है कि जीनत उल इस्लाम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें वह बिरयानी खाता दिखाई दे रहा था।