संयुक्त राष्ट्र।
तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में भाग लेने के लिए यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस को पत्र लिख है। पत्र में तालिबान ने अपने प्रवक्ता सुहैल शाहीन को यूएन में अफगानिस्तान का नया राजदूत नामित करने का आग्रह किया है।
नामांकन से तालिबान और अफगानिस्तान की पूर्व सरकार के दूत ग्राम इसाकजाई के बीच टकराव की स्थिति पैदा होती है, जो इस पद काबिज हैं। तालिबान ने पिछले महीने अमेरिकी बलों की वापसी के बीच अफगानिस्तान को अपने नियंत्रण में ले लिया था। तालिबान सरकार के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी द्वारा लिखे पत्र में दलील दी गई है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी को हटा दिया गया है और दूसरे देश अब उन्हें राष्ट्राध्यक्ष के रूप में मान्यता नहीं देते हैं। चिट्ठी में यह संकेत भी दिया गया है कि तालिबान संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के राजदूत को हटा कर अपने प्रवक्ता सुहैल शाहीन को वहां भेजना चाहता है। तालिबान के पत्र में कहा गया कि स्थायी प्रतिनिधि का मिशन समाप्त माना जाए और इसाकजाई अब अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं करते। यूएन महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि महासचिव एंतोनियो गुतारेस को 15 सितंबर को वर्तमान में मान्यता प्राप्त अफगान राजदूत गुलाम इसाकजाई का पत्र मिला था, जिसमें महासभा के 76वें वार्षिक सत्र में हिस्सा लेने वाले अफगानिस्तान के प्रतिनिधिमंडल की सूची थी। इसमें इसाकजाई को प्रतिनिधिमंडल का प्रमुख बताया गया था। डिया रिपोर्ट के मुताबिक मुत्तकी महासभा सत्र को संबोधित करना चाहते हैं। हक ने बताया कि ये दोनों पत्र संयुक्त राष्ट्र सचिवालय द्वारा, महासभा के अध्यक्ष के कार्यालय से परामर्श के बाद, महासभा के 76वें सत्र की क्रेडेंशियल कमेटी के सदस्यों को भेजे गए हैं। ‘क्रेडेंशियल कमेटी’ यह तय करेगी कि आखिर संयुक्त राष्ट्र में काबुल का प्रतिनिधित्व कौन करेगा।