वाराणसी, आशीष राय
सीएचओ सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए हुए मंथन से सशक्त और स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। इसका लाभ पूरे देश को मिलेगा।
सिगरा स्थित ‘रुद्राक्ष’ अन्तरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित दो दिवसीय सीएचओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर टेली कंसल्टेंसी और हेल्थ एटीएम की सुविधा दी जाएगी। इन सुविधाओं से मरीजों की 60 प्रकार की नि:शुल्क जांच हो सकेगी। छोटे से छोटे से गांव में वेलनेस सेंटर पर बैठे मरीजों को बड़े शहरों के विशेषज्ञों से सलाह मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के करीब 4600 वेलनेस सेंटरों पर हेल्थ कंसल्टेंसी व हेल्थ एटीएम की व्यवस्था की गई है। इससे लोगों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग विभाग ने इसके लिए टीम बनाना शुरू कर दिया है। सभी वेलनेस सेंटरों को केजीएमयू, पीजीआई लखनऊ समेत जिला व मंडलीय अस्पतालों के विशेषज्ञों से जोड़ा जाएगा। योगी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में सीएचओ की अहम भूमिका है। कोरोनाकाल में इसका हम सभी ने अहसास किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में साल 2017 से अब तक 34 सरकारी मेडिकल कॉलेज खुले। इससे पहले केवल 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। बोले, समय से निर्णय लेने की क्षमता पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार में है। इंसेफेलाइटिस का टीका भारत में आने में सौ साल लग गए जबकि कोरोनाकाल में मोदी सरकार के प्रबंधन का लोहा दुनिया मान रही है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने वेलनेस सेंटरों पर बेहतर कार्य के लिए 17 राज्यों के प्रतिनिधियों को पुरस्कृत किया। इस दौरान झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, सिक्कम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एमके शर्मा, मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सपन रंजन, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल और डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु आदि भी मौजूद रहे।