सोल/नई दिल्ली। नीलू सिंह
वैश्विक आर्थिक वृद्धि को गति देने तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए शुक्रवार को दक्षिण कोरिया का प्रतिष्ठित ‘सोल शांति पुरस्कार-2018’ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया गया। सोल पीस प्राइज फाउंडेशन ने एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर मोदी के जीवन तथा उनकी उपलब्धियों पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है ऐसे में उन्हें यह पुरस्कार दिया जाना उनके लिए सम्मान की बात है। उन्होंने पुरस्कार की दो लाख डॉलर की राशि को नमामि गंगे परियोजना को समर्पित की। मोदी को इस पुरस्कार की घोषणा फाउंडेशन ने पिछले साल अक्तूबर में कर दी थी। इस पुरस्कार की स्थापना सोल में आयोजित 24वें ओलंपिक खेलों की सफलता को मनाने के लिए 1990 में की गई थी। इसे कोरियाई प्रायद्वीप और शेष दुनिया में शांति के लिए कोरियाई लोगों की आकांक्षाओं के सम्मान में स्थापित किया गया था। मोदी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार व्यक्तिगत रूप से केवल मेरा नहीं बल्कि भारत की जनता के लिए है। पिछले पांच वर्षों में भारत ने जो सफलता हासिल की है वह भारत की जनता की आकांक्षाओं, प्रेरणाओं और प्रयासों का नतीजा है। उनकी तरफ से मैं यह पुरस्कार ग्रहण करता हूं और अपना आभार प्रकट करता हूं। गौरतलब है कि पुरस्कार समिति ने अपने संभाषण में भारतीय तथा वैश्विक अर्थ व्यवस्थाओं में वृद्धि में उनके योगदान को स्वीकार किया। समिति ने कहा कि मोदीनॉमिक्स के जरिए भारत में अमीर और गरीब के बीच की सामाजिक तथा आर्थिक खाई पटी है। साथ ही समिति ने अन्य देशों के साथ सक्रिय नीति के जरिए क्षेत्रीय तथा वैश्विक शंति के क्षेत्र में उनके योगदान को भी श्रेय दिया।
यह सम्मान पाने वाले मोदी 14वें व्यक्ति हैं। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, जापान के सडाको ओगाता, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून और स्पेन के जॉन एंटोनियो समरांच समेत कई संस्थाओं को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है।