नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
विपक्षी दलों की एकजुटता को राष्ट्रहित की मांग है। विपक्ष को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट होना चाहिए। यह अपील कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों की वर्चुअल बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। उन्होंने विश्वास जताया कि संसद के आने वाले सत्रों में भी विपक्षी एकता कायम रहेगी और संसद के बाहर बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़ी जाएगी। इसमें कांग्रेस अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रखेगी।
सोनिया गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम बातों से ऊपर उठे। 2024 के आम चुनावों को एक चुनौती करार देते हुए उन्होंने कहा कि एकजुट होकर हम इस लड़ाई को जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी के सामने एक साथ मिलकर काम करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। बैठक में विपक्षी एकता को मजबूत करने और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए हुई बैठक में 19 पार्टियों के नेता शामिल हुए। इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार शामिल थे। बैठक में समाजवादी पार्टी को भी आमंत्रित किया गया था, पर सपा से कोई नेता बैठक में शामिल नहीं हुआ। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सपा ने विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने का वादा किया था। बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्षी एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता में भरोसा रखने वाले दलों को समयबद्ध कार्यक्रम के साथ साथ आना होगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सभी मुद्दों से एक साथ निपटने के बजाए हमें प्राथमिकता तय कर सामूहिक रुप से इन मुद्दों को सुलझाने व देश को एक अच्छा भविष्य देने के लिए कार्य करना चाहिए। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई विपक्षी दलों वर्चुअल बैठक में कांग्रेस सहित 19 दलों के नेता शामिल हुए। इन पार्टियों में कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके. शिवसेना, जेएमएम, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरजेडी, एआईयूडीएफ, वीसीके, लोकतांत्रिक जनता दल, जेडीएस, आरएलडी, आएसपी, केरल कांग्रेस मणि, पीडीपी और आईयूएमएल शामिल हैं।