नई दिल्ली | नीलू सिंह
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को उत्तरप्रदेश में बसपा-सपा के बीच हुए गठबंधन को सत्ता और स्वार्थ के लिए किया गया गठबंधन करार दिया। उन्होंने दावा किया कि चाहे जितने दल एकजुट हो जाएं, चुनाव में भाजपा की ही जीत होगी।
शाह ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, सत्ता और स्वार्थ के गठजोड़ में जितने लोग इकट्ठा होना चाहते हैं वो एक साथ आ जाएं, भाजपा के कार्यकर्ता मोदी जी के नेतृत्व में 50% तक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में छोटी-छोटी पार्टियों ने भाजपा का साथ देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, हमने सभी दलों को एकत्रित किया है। ये सभी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के विकास यज्ञ में समिधा डालने को तैयार हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, यहां से जाने के बाद हम सभी के लिए एक ही मंत्र है कि 2019 में भाजपा को विजयी बनाएं और नरेंद्र मोदी को फिर से प्रचंड बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनाएं। उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव देश की सुरक्षा, देश के विकास और देश के गौरव का चुनाव है। इसलिए लोकसभा चुनाव में भाजपा का जीतना जरूरी है और इसके लिए चाहे जितने दल एकजुट होना चाहे, एकजुट हो जाएं।
उत्तरप्रदेश में सपा और बसपा समेत विपक्षी दलों के साथ आने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सत्ता और स्वार्थ का गठबंधन है। एक बार तो मुकाबला होना ही था। ऐसे में भाजपा को विजय प्राप्त करनी ही है।
शाह ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को एक-एक वोटर के साथ मिलकर जनसंपर्क का कार्य करना है। उन्होंने कहा कि 2019 में अगर हम प्रचंड बहुमत से जीतते हैं तब 2019 के बाद लम्बे समय तक पंचायत से संसद तक हम बने रहेंगे ।
भारतीय राजनीति में तीन नासूर
शाह ने आरोप लगाया कि लगाया कि परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण जैसे तीनों नासूर भारतीय राजनीति में कांग्रेस का योगदान हैं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम देश को इन तीनों नासूरों से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़े हैं।