पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में विश्व चिंतन दिवस का भव्य आयोजन, स्काउट-गाइड के आदर्शों पर चर्चा
वाराणसी। पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय 39 जीटीसी में शनिवार को विश्व चिंतन दिवस के अवसर पर सेवा, चिंतन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डॉ. चंद्र भूषण प्रकाश वर्मा स्काउटिंग सिर्फ एक गतिविधि नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है।
स्काउटिंग के संस्थापक लॉर्ड बेडेन पावेल की जयंती पर केंद्रीय विद्यालय में विश्व चिंतन दिवस का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. चंद्र भूषण प्रकाश वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। प्राचार्य, स्काउट शिक्षक और स्काउट-गाइड सदस्यों ने लॉर्ड बेडेन पावेल की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों को अत्मसात करने का संकल्प दोहराया। इसके बाद स्काउट मास्टर सुशील गोंड और अनिरुद्ध राम ने प्राचार्य वर्मा को स्काउटिंग की पहचान स्कॉर्फ भेंट कर स्वागत किया। गाइड कैप्टन नीरज राय और स्काउट मास्टर नीरज कुमार पांडे ने विश्व चिंतन दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्काउटिंग के उद्देश्यों और लाभों पर विचार साझा किए। इसके बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा और स्काउटिंग के उद्देश्य पर चर्चा कार्यक्रम में सभी स्काउट, गाइड और विद्यालय के सदस्यों ने मिलकर सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भाग लिया।
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जिससे विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों के प्रति सम्मान और समभाव का संदेश दिया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. चंद्र भूषण प्रकाश वर्मा ने उपस्थित सभी स्काउट-गाइड और कब-बुलबुल (छोटे स्काउट्स) को स्काउटिंग के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए समर्पित भाव से कार्य करने को प्रेरित किया। स्काउट गाइड को संबोधित करते हुए प्राचार्य वर्मा ने कहा कि स्काउटिंग सिर्फ एक गतिविधि नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। यह बच्चों में नेतृत्व क्षमता, आत्मनिर्भरता, सेवा भाव और अनुशासन विकसित करने का सशक्त माध्यम है। स्काउट्स और गाइड्स न केवल अपनी व्यक्तिगत उन्नति करते हैं बल्कि समाज की भलाई के लिए भी तत्पर रहते हैं। इस तरह के आयोजनों से बच्चों में परोपकार और सामाजिक समरसता की भावना विकसित होती है।
स्काउटिंग: अनुशासन और सेवा की शिक्षा
स्काउटिंग की मूल भावना “सेवा ही धर्म है” में निहित है। इसके माध्यम से बच्चों को आत्मनिर्भर बनने, टीम वर्क सीखने, प्रकृति से जुड़ने और समाज के लिए उपयोगी कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। स्काउटिंग का प्रशिक्षण बच्चों को आपातकालीन परिस्थितियों में संयम और कौशल के साथ काम करने के योग्य बनाता है। विद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी स्काउट्स, गाइड्स, कब-बुलबुल, शिक्षक और विद्यार्थियों ने भाग लिया और संकल्प लिया कि वे स्काउटिंग के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाएंगे। गौरतबल है कि विश्व चिंतन दिवस का यह आयोजन स्काउट्स और गाइड्स के लिए न केवल प्रेरणादायक रहा, बल्कि समाज के प्रति उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियों को समझने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर बना। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी, आत्मनिर्भरता और सेवा भावना को विकसित करने का कार्य करते हैं, जिससे वे एक बेहतर नागरिक बन सकें।