नई दिल्ली। भले ही देश ने जम्मू कश्मीर, पूर्वोत्तर और नक्सल प्रभावित इलाकों में अपेक्षाकृत शांति स्थापित कर ली लेकिन आतंकवाद, घुसपैठ और धार्मिक तनाव पैदा करने की साजिश के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। शहीद पुलिस कर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देश निश्चित रूप से 2047 तक पूरी तरह विकसित राष्ट्र बन जाएगा। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में यह बातें कहीं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हम (सुरक्षा बल) पिछले एक दशक में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को नियंत्रित करने में सक्षम रहे, लेकिन लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। हम मादक पदार्थ, साइबर अपराध, धार्मिक तनाव पैदा करने की साजिश, घुसपैठ और आतंकवाद के खिलाफ लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 36,438 पुलिसकर्मियों ने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दे दी। इनमें 216 लोगों ने पिछले साल प्राण न्योछावर किए। देश की विकास यात्रा में बलिदान के लिए राष्ट्र हमेशा उनका ऋणी रहेगा।
बता दें कि लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स में 21 अक्तूबर 1959 को चीनी सेना के हमले में 10 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। उसके बाद से ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले इन शहीदों तथा सभी अन्य पुलिसकर्मियों की याद में हर साल 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। शाह ने कहा कि मैं शहीदों के परिवार के सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। देश सुरक्षित रहेगा, किसी भी चुनौती के बावजूद अपने लक्ष्य को हासिल करेगा। एक जुलाई से लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि नए कानूनों के क्रियान्वयन के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित करने पर काम पांच साल पहले शुरू हुआ और बाकी का काम अगले तीन साल में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली दुनिया में सबसे आधुनिक होगी और प्राथमिकी दर्ज होने के तीन साल के भीतर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई तक पूरा न्याय दिया जा सकता है। पुलिस कर्मियों के हित में उठाए कदमों के बारे में शाह ने कहा कि पुलिसकर्मी और उनके परिवार के सदस्य ‘आयुष्मान सीएपीएफ’ योजना लागू होने के बाद किसी भी आयुष्मान अस्पताल में इलाज करा सकते हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों को आवास उपलब्ध कराने पर उन्होंने कहा कि 13 हजार मकानों के निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई है। इनमें 11,276 अगले साल मार्च तक तैयार हो जाएंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ (देश का आम नागरिक) की आठवीं वर्षगांठ पर इस पहल की सराहना की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उड़ान के आठ वर्षों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित पहल ने न केवल देश के वंचित क्षेत्रों को हवाई मार्गों से जोड़ा, बल्कि नए युग में भारत की महत्वाकांक्षाओं को भी उड़ान दी। प्रधानमंत्री ने देशभर में उचित सुविधाएं प्रदान करके भारत की विकास क्षमता को प्रदर्शित किया है।