सियोल। यूक्रेन के खिलाफ रूस की जंग के समर्थन में उत्तर कोरिया ने अपने सैनिक भेजे। इसके बदले में रूस ने उसको हवाई रक्षा मिसाइलें दी हैं। दक्षिण कोरिया के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अमेरिका, दक्षिण कोरिया और यूक्रेन का कहना है कि उत्तर कोरिया ने पिछले माह अक्तूबर में 10 हजार से ज्यादा सैनिकों को रूस भेजा था, जिसमें से कुछ हाल ही में लड़ाई में शामिल हुए हैं। राष्ट्रपति यूं सुक-योल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिन वोनसिक ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में बताया कि रूस ने उत्तर कोरिया के हवाई रक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए मिसाइलें और अन्य उपकरण मुहैया कराए हैं। कई पर्यवेक्षकों का कहना है कि प्योंयांग को अपनी हवाई रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता महसूस हो रही है, क्योंकि पिछले महीने उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर प्योंगयांग में पर्चे गिराने का आरोप लगाया था। पर्यवेक्षकों के मुताबिक उत्तर कोरिया ने धमकी दी थी कि अगर फिर से पर्चे गिराए गए तो वह सैन्य कार्रवाई करेगा। हालांकि दक्षिण कोरिया की सेना ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि कथित ड्रोन उड़ानों के पीछे उसका हाथ था या नहीं। शिन वोनसिक ने कहा कि रूस ने उत्तर कोरिया को आर्थिक सहायता और विभिन्न सैन्य तकनीकें भी मुहैया कराई हैं, जिनमें कोरियाई राष्ट्र को अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणाली बनाने में मदद करने वाली तकनीक भी शामिल है। दक्षिण कोरिया की जासूसी एजेंसी ने बुधवार को सांसदों को बताया कि उत्तर कोरिया ने हाल ही में रूस को अतिरिक्त तोपखाना प्रणाली भी भेजी है। पिछले महीने राष्ट्रीय खुफिया सेवा ने कहा था कि उत्तर कोरिया ने अपने घटते हथियारों के भंडार को फिर से भरने के लिए अगस्त, 2023 से रूस को तोपखाना, मिसाइल और अन्य पारंपरिक हथियारों के 13 हजार से अधिक कंटेनर भेजे हैं। रूस द्वारा नई बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद यूक्रेन की संसद ने शुक्रवार को सत्र रद्द कर दिया, जिससे करीब तीन साल से चल रहे युद्ध के और भड़कने का खतरा है। तीन यूक्रेनी सांसदों ने पुष्टि की है कि रूसी मिसाइल हमलों के जारी खतरे के कारण पहले से निर्धारित संसदीय सत्र रद्द कर दिया गया है। एक प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कार्यालय मानक सुरक्षा उपायों के अनुपालन में काम करना जारी रखता है।