हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज पहुंचे सीएम पुष्कर धामी ने रोड शो किया। रोड शो में धामी का भव्य स्वागत कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने किया। इस दौरान पुष्पवर्षा कर नारे लगाये। हालांकि सीएम के सितारगंज आगमन का कांग्रेस ने विरोध किया। काले झंडे लेकर कांग्रेसी जैसे ही मुख्य चौक पहुंचे पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। कांग्रेसियों कहा केंद्र में सरकार कंपनी के तौर पर चल रही है। महंगाई चरम पर है। पेट्रोल, डीजल, गैस व घरेलू सामान के दाम आसमान छू रहे हैं। भाजपा जश्न मना रही है। किसान आठ माह से दिल्ली बॉर्डर में जमे हैं। कांग्रेसजनों को गिरफ्तार कर पुलिस चौकी ले जाया गया।
शनिवार को मुख्यमंत्री धामी का रोड शो अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ। डीएम और एसएसपी, एएसपी, जनपद भर के सीओ, पीएसी, समेत दर्जनों वाहन काफिले में थे। यातायात पुलिस के भी तमाम वाहन सीएम के काफिले में थे। सीपीयू के बाइक सवार जवान आगे-आगे चल रहे थे। किसान आंदोलन के चलते प्रशासनिक महकमा बेहद सतर्क दिखा। नैनीताल जनपद के पुलिस अधिकारी भी काफिले में थे। सीएम बेहद शालीनता से लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। माला लेकर कार से ही कार्यकर्ताओं में माला उछाल रहे थे। सीएम भी कार्यकर्ताओं में पुष्प वर्षा कर रहे थे। हालांकि कहीं भी काफिला रुका नहीं। धीमी गति से काफिला बढ़ता रहा। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं, बुजुर्ग लोगों का माल्यार्पण सीएम करते दिखे। वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं को नाम से पुकारकर अभिवादन स्वीकार करते दिखे। पुलिस बल कार्यकर्ताओं के बीच निश्चित दूरी बनाये रखा। इस दौरान सीएम धामी व विधायक सौरभ बहुगुणा के समर्थन में कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी करते दिखे। सीएम के साथ किच्छा विधायक राजेश शुक्ला, जिला व प्रदेश के पदाधिकारी भी शामिल रहे। वहीं किसानों ने भी रोड शो का विरोध किया। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करने मंडी परिसर में एकत्रित हुए। यहां उन्होंने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए जमकर नारेबाजी की। एसडीएम तुषार सैनी, कोतवाल प्रकाश सिंह दानू, एसएसआई सुधाकर जोशी, एलआईयू इंचार्ज भाष्कर बडोला ने प्रदर्शनकारी किसानों से वार्ता कर विरोध प्रदर्शन स्थगित करने की अपील की।