पटना. रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा शनिवार दोपहर पुलिस के लाठीचार्ज से घायल हो गए। उनके सिर, पीठ और हाथ पर चोट लगी है। लाठीचार्ज के दौरान उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया, जिसके बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। उपेंद्र कुशवाहा के साथ मौजूद पार्टी के कई नेताओं को भी चोट लगी है। वह पटना के डाकबंगला चौराहा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। रणक्षेत्र में बदल गया डाकबंगला चौराहा
रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में पार्टी के सैकड़ों समर्थक राजभवन मार्च निकालने के लिए जुटे थे। जेपी गोलंबर से आक्रोश मार्च राजभवन जाने के लिए निकला। डाक बंगला चौराहा पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को डाक बंगला चौराहा पर रोक दिया। इसके बाद आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों की झड़प पुलिस से शुरू हो गई। कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। रालोसपा कार्यकर्ता पुलिस पर डंडा चलाने लगे। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया साथ ही लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की लाठी उपेंद्र कुशवाहा और उनके समर्थकों को लगी। कुशवाहा अपने समर्थकों के साथ कुछ देर के लिए सड़क पर बैठ गए। काफी कोशिश के बाद पुलिस प्रदर्शनकारियों पर काबू पा सकी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षा और गरीब विरोधी है। हमलोग शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जिला कलेक्टर को पहले ही सूचना दे दी थी कि मार्च निकालना है और महामहीम से मिलना है। कलेक्टर ने हमें कोई सूचना नहीं की। अगर रोकना था तो पहले बता देते। पुलिस ने हमलोगों को जबरदस्ती रोका। लाठीचार्ज किया। मेरे सिर पर चोट लगी है। हमलोग बिहार सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।