देहरादून। अनीता रावत
प्रयागराज इलाहाबाद में कुंभ मेले के तहत आयोजित नेत्र महाकुंभ में बढ़ चढ़कर सहभागिता और मरीजों की निशुल्क जांच व उपचार के लिए आयोजन संस्थाओं की ओर से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के प्रतिनिधियों व चिकित्सकों को सम्मान से नवाजा है। सम्मान समारोह में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने वर्ष- 2021 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में भी एम्स संस्थान की ओर से तीर्थयात्रियों को हरसंभव स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत, संस्थान के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डा. संजीव मित्तल,डा. नीरज, डा. महेश, डा. राघवेंद्र समेत नेत्र महाकुंभ में सेवाएं देने वाले 22 चिकित्सकों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि इसी साल प्रयागराज कुंभ के तहत विभिन्न संस्थाओं की ओर से नेत्र महाकुंभ का आयोजन किया गया था,जिसमें एम्स संस्थान के नेत्र विभागाध्यक्ष डा. संजीव मित्तल के नेतृत्व में चिकित्सकीय टीम को तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि इसका आयोजन भाउराव देवरस सेवा न्यास, रज्जू भैय्या न्याय, सक्षम, सर गंगाराम कोलमैट हास्पिटल नई दिल्ली व नेशनल मेडिकल आर्गेनाइजेशन एनएमओ की ओर से किया गया था। उन्होंने बताया कि 12 जनवरी से 5 मार्च 2019 तक आयोजित मेगा आई कैंप में एम्स ऋषिकेश की टीम ने 20,444 लोगों की जांच व उपचार किया। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि दिन और रात लगातार कई शिफ्टों में आयोजित नेत्र महाकुंभ में कई शिफ्टों में रोस्टर के तहत चिकित्सकों व तकनीशियनों की तैनाती की गई थी, जिसमें से एक शिफ्ट में छह डाक्टर व दो तकनीशियनों की टीम द्वारा मरीजों की जांच व इलाज किया गया। एम्स निदेशक ने बताया कि 2021 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ में भी संस्थान स्वास्थ्य सेवाओं में पूर्ण सहयोग करेगा। साथ ही इस दौरान आयोजित होने वाले नेत्र परीक्षण शिविर में चिह्नित मोतियाबिंद के मरीजों के ऑपरेशन एम्स ऋषिकेश में किए जाएंगे। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान के नेत्र रोग विभाग में मोतियाबिंद के ऑपरेशन आधुनिकतम विधि से किए जा रहे हैं। इसके अलावा आंखों का भैंगापन, काला मोतिया, नासूर, पलक झुकना, आंख के पर्दे रेटीना के ऑपरेशन की आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही इमरजेंसी में मरीजों को 24 घंटे आंखों की चोट से जुड़ी उपचार सुविधाएं दी जा रही हैं। एम्स निदेशक ने बताया कि संस्थान में आंखों के ऑपरेशन के लिए वर्ल्ड क्लास मॉड्यूूलर ओटी संचालित किए जा रहे हैं। प्रो. रवि कांत ने बताया कि जल्द ही एम्स ऋषिकेश में नेत्र बैंक की स्थापना की तैयारी है, साथ ही एम्स में आंख की पुतली बदलने की सुविधा का प्रस्ताव है।